बांका में दो दर्जन पुराने हाईस्कूल प्रधानाध्यापकों की कुर्सी खतरे में, 5-10 साल से जमे शिक्षकों का हटना तय
बांका में दो दर्जन पुराने हाईस्कूल प्रधानाध्यापकों की कुर्सी खतरे में है। शिक्षा विभाग के नियमानुसार, जो शिक्षक 5-10 साल से एक ही जगह पर जमे हुए हैं, ...और पढ़ें
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सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, बांका। जिला के दो दर्जन पुराने हाईस्कूल में प्रभारी प्रधानाध्यापकों की कुर्सी पर एक बार फिर संकट आ गया है। पांच-दस साल से प्रधानी की कुर्सी पर जमे इन शिक्षकों की कुर्सी किसी भी समय छिन सकती है। सोमवार को इसकी शुरुआत भी हो गई है।
अमरपुर के पुराने अठमाहा उच्च विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक की कुर्सी पर पिछले कई सालों से बैठे मृत्युंजय कुमार की जगह गुंजन कुमार सिंह को नया प्रभारी प्रधानाध्यापक घोषित किया गया है। डीईओ देवनारायण पंडित ने इससे संबंधित पत्र जारी किया है। मृत्युंजय माध्यमिक शिक्षक हैं, जबकि गुंजन उच्च माध्यमिक शिक्षक हैं।
दरअसल, नए नियम के मुताबिक किसी भी हाईस्कूल में चार साल की सेवा पूरी करने वाले उच्च माध्यमिक यानी इंटर शिक्षक होने पर वहां माध्यमिक शिक्षक प्रधानाध्यापक के प्रभार में नहीं रहेंगे। वहां उच्च माध्यमिक शिक्षक को ही विद्यालय का प्रभार मिलेगा। विभाग के इस आदेश का अनुपालन शुरु होने के बाद जिला में दो दर्जन से अधिक पुराने हाईस्कूलों में प्रभारी प्रधानाध्यापक बदलने की सुगबुगाहट तेज हो गई है।
मालूम हो कि जिला के सभी 72 पुराने हाईस्कूलों में केवल एक उच्च विद्यालय पौकरीगढ़ी में ही प्रधानाध्यापक तैनात है। राजकीयकृत पुराने उच्च विद्यालयों के लिए प्रधानाध्यापकों की बहाली नहीं होने से सभी 71 पुराना उच्च विद्यालय प्रभार में चल रहा है। विद्यालय के कोई वरीय शिक्षक प्रधानाध्यापक के प्रभार में हैं।
नई सरकार गठन के बाद शिक्षा विभाग ने माध्यमिक विद्यालयों में प्रभारी प्रधानाध्यापक घोषित करने का नया आदेश जारी किया है। इसके मुताबिक किसी हाईस्कूल का प्रभार माध्यमिक में कम से कम आठ साल और उच्च माध्यमिक में चार साल की सेवा पूरी करने वालों को ही मिलेगा।
नियोजित शिक्षक में उनके सेवा की गणना भी इसमें होगी। किसी विद्यालय में चार साल की सेवा पूरी करने वाला उच्च माध्यमिक शिक्षक होने पर वहां माध्यमिक शिक्षक के पास प्रभार नहीं रहेगा। चार की सेवा वाला उच्च माध्यमिक शिक्षक उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में ही अब माध्यमिक शिक्षक विद्यालय के प्रभार में रहेंगे।
उत्क्रमित हाईस्कूल को ही मिला प्रधानाध्यापक
इस साल लंबे अरसे बाद शिक्षा विभाग ने हाईस्कूलों के प्रधानाध्यापकों की बहाली की। जिला में 105 प्रधानाध्यापकों ने योगदान भी किया। लेकिन सभी की तैनाती उत्क्रमित हाईस्कूलों में की गई।
यानी पिछले 10 से 12 साल के दौरान मध्य विद्यालयों को उत्क्रमित कर हाईस्कूल बने विद्यालयों में ही सभी की तैनाती गई। लेकिन पुराने हाईस्कूलों में प्रधानाध्यापकों की तैनाती नहीं होने से विवाद जारी था। जिसका समाधान पत्र जारी कर विभाग ने किया है।

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