उप स्वास्थ्य केंद्र पर स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर खानापूर्ति
बड़हरा प्रखंड के करीब चार लाख से ज्यादा की अबादी को प्राथमिक स्वास्थ्य की सुविधा देने के लिए बड़हरा में एक सीएचसी के अलावे तीन अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ 27 उप स्वास्थ्य केंद्र का संचालन किया जा रहा है।
By JagranEdited By: Updated: Fri, 15 Jul 2022 11:06 PM (IST)
संवाद सूत्र, बड़हरा : प्रखंड के करीब चार लाख से ज्यादा की अबादी को प्राथमिक स्वास्थ्य की सुविधा देने के लिए बड़हरा में एक सीएचसी के अलावे तीन अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ 27 उप स्वास्थ्य केंद्र का संचालन किया जा रहा है। विडंबना यह है कि प्रखंड के विभिन्न पंचायत में संचालित उप स्वास्थ्य केंद्र पिछले कई सालो से ही बंद पड़ें हैं।
कई स्वास्थ्य उप केंद्रों में करीब-करीब ताला बंद रहता है। इस दौरान स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के नाम पर खानापूर्ति की जाती है। बखोरापुर गांव के शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने बताया कि पंचायत में संचालित उप स्वास्थ्य केंद्र पर स्वास्थ्य सुविधाओं का घोर अभाव है। स्वास्थ्य उपकेंद्र बखोरापुर में एएनएम व डाक्टर नहीं आते हैं। स्वास्थ्य विभाग के प्रावधानों के अनुसार पांच हजार के आबादी पर एक उप स्वास्थ्य केंद्र होना चाहिए। इस स्थिति में प्रखंड के कुल 22 पंचायत की करीब चार लाख से अधिक की अबादी पर मात्र 27 उप स्वास्थ्य केंद्र संचालित हो रहे है। वहीं, तीन अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित हो रहे है। इसमें भी नियमित रूप से डॉक्टर इलाज करने के लिए नहीं पहुंचते हैं। विभाग के अनुसार प्रखंड के बबुरा, सरैयां, गजियापुर, कृष्णागढ तथा खवासपुर में हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर की शुरुआत कर दी गई है। उप स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से बेहतर स्वास्थ्य सेवा तभी मुहैया कराया जा सकता है, जब करीब 70 से अधिक एएनएम व 36 जीएनएम प्रतिनियुक्त हों। वर्तमान समय में पीएचसी मे महज 27 एएनएम तथा सात जीएनएम पदस्थापित है। जितेंद्र सिंह ने बताया कि केन्द्रो पर पहुंचने के बाद यह मालूम करना मुश्किल हो जाता है कि उप स्वास्थ्य केंद्र संचालित किया जाता है या नहीं। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अरविद कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों के संचालन में एएनएम तथा जीएनएम के साथ चिकित्सकों की भी कमी है। ऐसे में केंद्रों के संचालन में परेशानी होती है।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।