Buxar Election Result 2025: बक्सर में बज रहा पूर्व IPS का डंका, BJP को आया खूब 'आनंद'
बक्सर सदर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने 10 साल बाद वापसी की है। आनंद मिश्रा ने कांग्रेस के संजय तिवारी को 28353 वोटों से हराया। पहले तिवारी ने 2015 और ...और पढ़ें

BJP के आनंद मिश्रा और कांग्रेस के संजय कुमार में टक्कर
जागरण संवाददाता, बक्सर। बक्सर सदर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से 10 साल के इंतजार के बाद भारतीय जनता पार्टी को जीत हासिल हुई है। यहां पूर्व आईपीएस और भाजपा प्रत्याशी आनंद मिश्रा ने कांग्रेस के संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी को 28353 मतों के बड़े अंतर से हराया है।
तिवारी वर्ष 2015 और 2020 में लगातार दो चुनाव यहां से जीते थे। जिले की सभी चार सीटों में सबसे बड़ी हार का सामना महागठबंधन को बक्सर सीट पर ही करना पड़ा है। इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी के अभिमन्यु मौर्य तीसरे स्थान पर रहे, जबकि जन सुराज पार्टी के तथागत हर्षवर्धन चौथे नंबर पर रहे।
बक्सर सीट पर लंबे समय तक कांग्रेस का कब्जा रहा है। यहां कांग्रेस को अब तक 10 बार जीत हासिल हो चुकी है। वर्ष 2000 और 2010 में सुखदा पांडेय की जीत के बाद भाजपा इसे अपना मजबूत किला मान रही थी, लेकिन 2015 में कांग्रेस ने यहां वापसी की थी।
| प्रत्याशी | दल | मत |
|---|---|---|
| आनंद मिश्रा | भाजपा | 84901 |
| संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी | कांग्रेस | 56548 |
| अभिमन्यु मौर्य | बसपा | 29118 |
| तथागत हर्षवर्धन | जसुपा | 7920 |
| राम प्रवेश सिंह | निर्दलीय | 1570 |
| मनोज कुमार | निर्दलीय | 1469 |
| विश्वामित्र कहार | निर्दलीय | 1281 |
| धर्म राज सिंह | आम आदमी पार्टी | 1130 |
| सोहन गोंड | गोंडवाना गणतंत्र पार्टी | 782 |
| प्रमिला देवी | निर्दलीय | 569 |
| पंकज कुमार पांडेय | किसान समाज पार्टी एस | 486 |
| ओमजी कुमार | निर्दलीय | 409 |
| नीतू कुमारी | निर्दलीय | 374 |
| बिनोद कुमार सिंह | भारतीय सार्थक पार्टी | 359 |
| विशेश्वर चौहान | राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी | 346 |
| नोटा | — | 1356 |
आईपीएस की नौकरी छोड़कर विधायक बने आनंद मिश्रा
बक्सर सदर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीतने वाले भाजपा प्रत्याशी आनंद मिश्रा की पहचान पूर्व आईपीएस अधिकारी के तौर पर है। असम-मेघालय कैडर के पूर्व आईपीएस आनंद ने पिछला लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए नौकरी छोड़ दी थी। भाजपा से टिकट मिलने की उम्मीद पूरी नहीं होने पर वह बक्सर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़े थे और चौथे नंबर पर रहे थे।
उनकी पढ़ाई-लिखाई पश्चिम बंगाल से हुई है। उनका पैतृक गांव भोजपुर जिले के शाहपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र अंतर्गत पड़सौरा है। कुछ पीढ़ी पहले उनके पुरखे बक्सर जिले के जिगना गांव में रहते थे। लोकसभा चुनाव के बाद वह जन सुराज पार्टी से जुड़ गए थे।
विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। उनकी ईमानदार और कड़क अधिकारी के रूप में पहचान रही है। बक्सर के विकास के लिए उन्होंने कई सारे वादे किए हैं। उनसे पहले बक्सर सीट से ही बिहार कैडर के पूर्व आईपीएस अधिकारी गुप्तेश्वर पांडेय ने भी चुनाव लड़ने की कोशिश की थी, लेकिन उनको टिकट ही नहीं मिल सका था।

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