Gopalganj Traffic Jam: गोपालगंज में जाम से लोग परेशान, पुलिस की लापरवाही से यातायात बाधित
गोपालगंज जिला मुख्यालय में जाम की समस्या लगातार बनी हुई है। ट्रैफिक पुलिस की तैनाती के बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं है। जवान समय पर नहीं पहुंचते और जाम हटाने के बजाय वाहनों की जाँच में अधिक रुचि दिखाते हैं। चेकिंग के कारण सड़कों पर जाम बढ़ने से ऑफिस स्कूल और अस्पताल जाने वाले लोग परेशान हैं।

मिथिलेश तिवारी, गोपालगंज। जिला मुख्यालय में जाम की समस्या पुरानी है। जाम से निपटने के लिए कई इंतजाम किए गए हैं। इसे नियंत्रित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस की भी तैनाती की गई है। इसके बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। जवान समय पर चौराहों पर नहीं पहुंचते हैं। अगर पहुंच भी जाते हैं तो जाम से निपटने के लिए अपेक्षित सतर्कता नहीं दिखाते। नतीजा सामने है।
जिला मुख्यालय हर दिन जाम में फंसता है। चाहे वह कलेक्ट्रेट पथ हो या मेन रोड। अंबेडकर चौक हो या पुरानी चौक रोड। यहां जाम में फंसकर हर दिन लोग परेशान होते हैं। इसके बावजूद ट्रैफिक नियंत्रण के लिए तैनात जवान जाम हटाने का कम और वाहनों की जांच का काम ज्यादा करते नजर आते हैं।
जिला मुख्यालय के बीच में कलेक्ट्रेट और कोर्ट समेत कई कार्यालय हैं। छुट्टी के दिनों को छोड़कर हर दिन बड़ी संख्या में लोग दूर-दराज के इलाकों से यहां पहुंचते हैं। नतीजा सड़क जाम के रूप में सामने आता है। इस समस्या के समाधान के लिए सरकारी स्तर पर कोई खास व्यवस्था नहीं की गई है। हां, कुछ इलाकों में वाहनों को निर्धारित लेन से गुजरने के लिए डिवाइडर बनाए गए हैं।
इसके अलावा, कुछ चौराहों पर जवान भी तैनात हैं। इसके बावजूद जाम की समस्या जस की तस बनी हुई है। असली समस्या तब शुरू होती है जब ट्रैफिक पुलिस के जवान इसी जाम के बीच व्यस्त सड़क पर वाहनों की चेकिंग शुरू कर देते हैं। शहर का भीड़भाड़ वाला इलाका हो, डाकघर चौक हो या अंबेडकर चौक, बंजारी चौक हो या अरार चौक, ट्रैफिक पुलिस कहीं भी चेकिंग शुरू कर देती है। फिर पुलिस को इस बात की परवाह नहीं होती कि वाहन चेकिंग के दौरान शहर में जाम की समस्या और बढ़ जाती है।
चेकिंग के दौरान सड़क जाम से लोग परेशान
वाहन चेकिंग के कारण सड़कों पर जाम बढ़ने से सबसे ज़्यादा परेशानी ऑफिस और स्कूल-कॉलेज जाने वाले लोगों को होती है। इसके साथ ही अस्पताल और कोर्ट जाने वाले लोग भी पुलिस चेकिंग की चपेट में आते रहते हैं। पुलिस के अलावा, जिला परिवहन विभाग भी शहर में जगह-जगह वाहनों की चेकिंग करता है।
शहर के पोस्ट ऑफिस चौक से गुज़र रहे थावे प्रखंड के विदेशी टोला निवासी नंदन प्रसाद ने बताया कि पुलिस कभी भी वाहनों की जाँच शुरू कर देती है। जिससे आम लोगों को सबसे ज़्यादा परेशानी होती है।
यातायात नियंत्रण कम, जुर्माने की चिंता ज़्यादा
शहर के विभिन्न चौराहों पर यातायात पुलिस की तैनाती की गई है। पुलिस को यातायात नियंत्रण की चिंता कम और जुर्माना वसूलने की चिंता ज़्यादा है। इस बीच, यातायात पुलिस बीच सड़क पर वाहनों को रोककर उनके दस्तावेज़ और हेलमेट की जाँच करती है।
शहर के अंबेडकर चौक पर दिन में ज़्यादातर समय वाहनों की जाँच होती है। जाँच के कारण हेलमेट और दस्तावेज़ों के साथ यात्रा करने वाले लोगों को भी घंटों परेशानी का सामना करना पड़ता है।

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