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    Bihar Election Result: जनसुराज की शहरी क्षेत्रों में बेहतर उपस्थिति, गांवों में सीमित

    Updated: Sat, 15 Nov 2025 03:21 AM (IST)

    बिहार चुनाव के नतीजों में जनसुराज पार्टी ने शहरी इलाकों में अच्छी पैठ बनाई है, लेकिन गांवों में अभी भी सीमित प्रभाव है। चुनाव परिणाम बताते हैं कि पार्टी को ग्रामीण मतदाताओं तक पहुंचने के लिए और प्रयास करने होंगे। यह शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच बढ़ते अंतर को भी दिखाता है।

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    प्रशांत किशोर (फाइल फोटो)

    विद्या सागर, पटना। जिले की सभी 14 विधानसभा सीटों पर घोषित नतीजों के साथ जन सुराज पार्टी का प्रदर्शन सामने आ गया है। पार्टी ने इस चुनाव में भले कोई सीट न जीती हो, लेकिन जिले के शहरी क्षेत्रों में उसे उल्लेखनीय मत प्राप्त हुए हैं, जो भविष्य में उसके विस्तार की संभावनाओं को दर्शाते हैं।

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    कुल मिलाकर जन सुराज ने कई महत्वपूर्ण सीटों पर 10 से 22 हजार तक वोट हासिल कर राजनीतिक विश्लेषकों का ध्यान खींचा है। पार्टी को पटना जिले की सभी 13 सीटों पर कुल 1,17,473 मत प्राप्त हुए।

    दीघा विधानसभा जन सुराज के लिए सबसे मजबूत साबित हुई, जहां रितेश रंजन सिंह ने 22,071 वोट हासिल किए। इसके बाद कुम्हरार में कृष्णा चंद्र सिन्हा ने 15,017 मत प्राप्त कर पार्टी के लिए शहरी पटना में अच्छी मौजूदगी का संकेत दिया।

    फुलवारी में शशिकांत प्रसाद को 11,100, फतुहा में राजू कुमार को 8,598 और बांकीपुर में वंदना कुमारी को 7,717 वोट मिले। जबकि सबसे कमजोर स्थिति बिक्रम विधानसभा की रही। यहां पार्टी के प्रत्याशी मंटू कुमार को 3037 मत मिले।

    ग्रामीण पटना में पार्टी का प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमजोर रहा। मोकामा में प्रियदर्शी पीयूष को 19,365 वोट मिले, जबकि पालीगंज, मनेर, मसौढ़ी और बिक्रम जैसी सीटों पर उम्मीदवार 3,000 से 6,000 के बीच वोट ही जुटा पाए।

    पालीगंज में श्याम नंदन शर्मा ने 6,612, मनेर में संदीप कुमार सिंह ने 3,980, मसौढ़ी में राजेश्वर मांझी ने 4,693 प्राप्त किए। कुल मिलाकर जन सुराज पार्टी ने जिलेभर में उपस्थिति दर्ज कराई है।

    शहरी पटना में उसके वोट प्रतिशत में बढ़ोतरी दिखाई दे रही है, जो बताता है कि पार्टी धीरे-धीरे तीसरे विकल्प के रूप में उभरने की कोशिश कर रही है। हालांकि, ग्रामीण सीटों पर संगठनात्मक विस्तार की जरूरत स्पष्ट रूप से महसूस होती है।