राघोपुर में हार से बचे तेजस्वी, नहीं चला खेसारी का जादू; एकतरफा जनादेश में बदला बिहार चुनाव
बिहार चुनाव में राघोपुर सीट पर तेजस्वी यादव मामूली अंतर से जीते। खेसारी लाल यादव का प्रचार भी मतदाताओं को प्रभावित नहीं कर सका। चुनाव परिणाम एकतरफा जनादेश में बदल गया, जिसमें एक गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिला। तेजस्वी को अपनी सीट बचाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी।

तेजस्वी यादव (बाएं) और खेसारी (दाएं)
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों ने शुक्रवार को तस्वीर साफ कर दी है। उम्मीद की जा रही थी कड़ी चुनाव में कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी। लेकिन चुनाव एकतरफा जनादेश में बदल गई।
सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए ने रिकॉर्ड सीटों से जीत दर्ज की है। 243 सीटों में से NDA को 202 सीटें मिली हैं। वहीं सरकार बनाने का दावा ठोक रहे महागठबंधन को महज 40 सीटों पर ही सिमट गई।
बिहार विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी भारतीय जनता पार्टी बनकर उभरी है। बीजेपी ने 89 सीटों पर दर्ज की है, जबकि 85 सीटें हासिल कर जदयू दूसरे नंबर पर रही।
वहीं 143 सीटों पर चुनाव लड़ रही राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने सिर्फ 25 सीटों पर जीत हासिल की। महागठबंधन की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस ने 61 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन सिर्फ 6 सीटों पर ही जीत नसीब हुई।
बिहार विधानसभा में कई दिग्गजों के सिर जीत का सेहरा बंधा, तो कई नेताओं को हार का सामना करना पड़ा। ऐसे में आइए कुछ चुनिंदा नेताओं के बारे में जानते हैं-
तेजस्वी यादव
राजद नेता और महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार तेजस्वी यादव आखिरकार राघोपुर से जीत जरूर दर्ज की, मगर मुकाबला बेहद कड़ा रहा। पूरे दिन उतार-चढ़ाव के बाद उन्होंने सीट बचा ली, लेकिन पिछली बार की आसान जीत जैसी स्थिति नहीं रही। तेजस्वी ने सिर्फ 14532 वोटों से जीत हासिल किए हैं। उन्हें बीजेपी उम्मीदवार सतीश कुमार से कड़ी टक्कर मिली।
अनंत सिंह
जदयू के प्रभावशाली नेता अनंत सिंह ने मोकामा से एक बार फिर जीत हासिल की। हत्या के मामले में जेल में बंद होने और लगातार विवादों के बावजूद उनका जनाधार अडिग रहा।
मैथिली ठाकुर
लोकगायिका और भाजपा उम्मीदवार मैथिली ठाकुर ने अलीनगर से अपनी पहली ही चुनावी लड़ाई में 11,000 से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की। वह विधानसभा की सबसे कम उम्र की विधायकों में शामिल हो गई हैं। भाजपा को यह सीट 2008 के बाद पहली बार मिली है।
खेसारी लाल यादव
भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव, जिन्हें राजद ने टिकट दिया था, अपनी लोकप्रियता को वोटों में बदलने में नाकाम रहे। वे भाजपा की छोटी कुमारी से 10,000 से ज्यादा वोटों से हार गए।
तेज प्रताप यादव
नई पार्टी बनाकर चुनाव मैदान में उतरे लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को महुआ में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। वे अपने पुराने गढ़ में भी समर्थन जुटाने में नाकाम रहे।
यूसुफ सलाउद्दीन
सिमरी बख्तियारपुर सीट पर राजद उम्मीदवार और मौजूदा विधायक यूसुफ सलाउद्दीन को लोजपा (रालोद) के संजय कुमार सिंह ने 7,000 से अधिक वोटों से हराया।

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