Lalan Singh: ललन सिंह के 'खास मॉडल' से फ्री मिलेगी बिजली और रसोई गैस, जल्द शुरू करेंगे पायलट प्रोजेक्ट
केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने पंचायती राज मंत्रालय की कार्यशाला में 2047 तक विकसित भारत की नींव 2029 तक रखने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों को प्रत्येक पंचायत के एक गांव को गोबर गैस परियोजना के लिए चुनने का निर्देश दिया है। गुजरात के सहकारी समिति से प्रेरित ललन सिंह ने अपने गांव में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में गोबर गैस परियोजना शुरू करने की घोषणा की।
राज्य ब्यूरो, पटना। पंचायती राज मंत्रालय की तीन दिवसीय कार्यशाला के पहले दिन (मंगलवार) के सत्र में केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य की नींव 2029 तक रख देने की प्रतिबद्धता जताई।
पंचायत प्रतिनिधियों को इसका लक्ष्य सौंपते हुए उन्होंने प्रत्येक पंचायत के एक गांव को गोबर गैस परियोजना के लिए चुनने का निर्देश दिया।
गुजरात के सहकारी समिति के काम से प्रेरित
गुजरात के आणंद में सहकारी समिति के काम से प्रेरित ललन सिंह ने मुंगेर जिला के अपने गांव में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में गोबर गैस परियोजना को शुरू करने की घोषणा की।सामाजिक न्याय और सामाजिक रूप से सुरक्षित पंचायत विषय पर आयोजित कार्यशाला का शुभारंभ ललन सिंह ने किया। इसमें विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
ऊर्जा के साथ रसोई गैस व वर्मी कंपोस्ट भी मिलेगी
ललन सिंह ने कहा कि गोबर गैस प्लांट से ऊर्जा के साथ ही रसोई गैस भी मिल जाएगी। इससे वर्मी कम्पोस्ट भी बन जाएगा।उन्होंने कहा कि बिहार में 2006 में पंचायत और 2007 में नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया। आज महिलाएं सशक्त हैं।
ललन सिंह ने आगे कहा कि पंचायत प्रतिनिधि गांवों की स्वच्छता के लिए दो दो प्लास्टिक का डब्बा रख दें। इससे सफाई भी होगी और कचरा से खाद भी बनेगा।उन्होंने कहा कि 2005 के पहले बिहार का बजट 25 हज़ार करोड़ होता था। आज 02 लाख 62 हजार करोड़ से अधिक है। उन्होंने मुख्य सचिव से आआंणद के सहकारी माडल को बिहार में लागू कराने के लिए कहा।
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