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    भारत की आजादी से भी पुरानी कंपनी ने 221 फ्लैट बेचकर कमाए ₹16000 Cr, लग्जरी का बजता है डंका

    Updated: Sun, 02 Nov 2025 03:25 PM (IST)

    रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ (DLF Share Price) ने अपने लग्जरी प्रोजेक्ट 'द डहलियाज' में 221 फ्लैट बेचकर 16,000 करोड़ रुपये कमाए हैं। प्रत्येक फ्लैट की औसत कीमत 72 करोड़ रुपये है। गुरुग्राम में स्थित इस प्रोजेक्ट में 420 अपार्टमेंट और पेंटहाउस हैं। डीएलएफ की स्थापना 1946 में चौधरी राघवेंद्र सिंह ने की थी और आज यह भारत की सबसे बड़ी लिस्टेड रियल एस्टेट कंपनी है।

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    डीएलएफ ने लग्जरी प्रोजेक्ट्स से कमाए 16000 करोड़ रुपये

    नई दिल्ली। रियल एस्टेट सेक्टर की प्रमुख कंपनी डीएलएफ लिमिटेड (DLF Luxury Projetcs) ने अपने अल्ट्रा-लग्जरी रेसिडेंशियल प्रोजेक्ट ‘द डहलियाज’ में अब तक 221 बेहद आलीशान फ्लैट बेच दिए हैं। इन 221 फ्लैट की कुल कीमत करीब 16,000 करोड़ रुपये है। यानी एक अपार्टमेंट की एवरेज कीमत करीब 72 करोड़ रुपये है।

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    कुल 420 अपार्टमेंट और पेंटहाउस

    गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर में डीएलएफ ने गुरुग्राम के डीएलएफ फेज-5 में 17 एकड़ के अल्ट्रा-लग्जरी रेसिडेंशियल प्रोजेक्ट 'द डहेलियाज' को पेश किया था। इसमें 420 अपार्टमेंट और पेंटहाउस शामिल हैं। डीएलएफ के लेटेस्ट इंवेस्टर्स प्रेजेंटेशन के अनुसार, कंपनी ने इस हाउसिंग प्रोजेक्ट में सितंबर तिमाही तक 15,818 करोड़ रुपये की सेल्स बुकिंग हासिल की है।

    कितनी पुरानी है डीएलएफ

    एनालिस्ट्स के साथ एक कॉन्फ्रेंस कॉल में, डीएलएफ मैनेजमेंट ने बताया कि सितंबर तिमाही तक 'द डहलियाज' परियोजना में 221 फ्लैट बिक चुके हैं। प्रति अपार्टमेंट औसत कीमत लगभग 72 करोड़ रुपये है। बता दें कि डीएलएफ की शुरुआत सन 1946 में की गयी थी।

    किसने किया था डीएलएफ को शुरू

    चौधरी राघवेंद्र सिंह ने सन 1946 में DLF की शुरुआत की थी। इसने दिल्ली में 22 अर्बन कॉलोनियों को डेवलप किया। सन 1985 में, कंपनी ने गुरुग्राम में अपना विस्तार किया, जो उस समय एक अंजान इलाका था। आज, DLF भारत की सबसे बड़ी पब्लिकली लिस्टेड रियल एस्टेट कंपनी है, जिसकी रेजिडेंशियल, कमर्शियल और रिटेल प्रॉपर्टी 15 राज्यों और 24 शहरों में फैली हुई हैं।

    अब कौन है चेयरमैन

    चौधरी राघवेंद्र सिंह के बाद डीएलएफ की कमान उनके दामाद कुशाल पाल सिंह के पास आई, जो एक भारतीय अरबपति रियल एस्टेट डेवलपर और रिटायर्ड मिलिट्री ऑफिसर हैं। सिंह 2020 तक अपने ससुर चौधरी राघवेंद्र सिंह द्वारा शुरू की गयी भारतीय रियल एस्टेट कंपनी DLF के चेयरमैन और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर रहे।
    सिंह ने DLF को भारत की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी बनाया और DLF के पास 10,000 एकड़ से ज़्यादा का भारत का सबसे बड़ा लैंड बैंक है। डीएलएफ के चेयरमैन एमेरिटस कुशल पाल सिंह हैं, जबकि उनके बेटे राजीव सिंह कंपनी के चेयरमैन हैं।

    लिस्टेड है डीएलएफ

    डीएलएफ एक लिस्टेड कंपनी है, जिसका शेयर बीएसई पर शुक्रवार को 2.64 फीसदी या 20.50 रुपये गिरकर 756.20 रुपये पर बंद हुआ था। इस भाव पर कंपनी की मार्केट कैपिटल 1.87 लाख करोड़ रुपये है।

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