Market Outlook: इस हफ्ते भी चार दिन खुलेगा बाजार, निवेशकों को इन फैक्टर्स पर रखना चाहिए नजर
Market Outlook शेयर बाजार में पिछले हफ्ते 4 दिन ही कारोबार हुआ था। आगामी हफ्ते में भी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के कारण केवल 4 दिन ही कारोबार होगा। बाजार के दोनों सूचकांक ने सर्कुलर जारी किया है कि 20 नवंबर 2024 को विधानसभा चुनाव के कारण शेयर बाजार बंद रहेगा। ऐसे में मार्केट एक्सपर्ट ने बताया कि छोटे कारोबारी हफ्तों में निवेशकों को किन फैक्टर्स पर नजर रखनी चाहिए।
पीटीआई, नई दिल्ली। 18 नवंबर से शेयर बाजार का नया कारोबारी हफ्ता शुरू हो जाएगा। इस हफ्ते भी शेयर बाजार में केवल 4 दिन ही ट्रेडिंग होगी। दरअसल, 20 नवंबर 2024 को महाराष्ट्र में विधान सभा चुनाव के कारण शेयर बाजार में छुट्टी का एलान किया गया है। इस छोटे कारोबारी हफ्ते में निवेशकों को स्टॉक मार्केट के किन फैक्टर्स पर नजर रखनी होगी?
ये फैक्टर्स रहेंगे अहम
मार्केट एनलिस्ट के अनुसार इस हफ्ते भी विदेशी निवेशकों के इनफ्लो और आउटफ्लो पर नजर बनाए रखनी होगी। पिछले हफ्ते विदेशी निवेशकों द्वारा निकासी के कारण बाजार में गिरावट आई थी। एफआईआई के ट्रेडिंग और ग्लोबल ट्रेंड्स स्टॉक मार्केट के मुख्य फैक्टर्स हैं।
इसके आगे उन्होंने कहा कि अमेरिका चुनावी नतीजों के बाद डॉलर काफी मजबूत हो गया। इन नतीजों का असर भारत जैसे उभरते बाजार पर पॉजिटिव असर पड़ेगा। पिछले कुछ समय से एफआईआई आउटफ्लो के कारण शेयर बाजार में बिकवाली कारोबार देखने को मिला है।महाराष्ट्र में विधान सभा चुनाव के कारण 20 नवंबर 2024 (बुधवार) को शेयर बाजार बंद रहेगा। इस चुनावी नतीजों का असर भी शेयर बाजार पर देखने को मिल सकता है। चुनावी नतीजों के अलावा ग्लोबल इकोनॉमिक इंडीकेटर और डॉलर इंडेक्स परफॉर्मेंस भी बाजार की चाल पर असर डालेगा। इस हफ्ते अक्टूबर महीने का पीएमआई मैन्यूफैक्चरिंग और सर्विस डेटा जारी होगा। यह डेटा भी बाजार की चाल को एक हद तक तय करेगा।
प्रवेश गौड़, वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक, स्वास्तिक इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड
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मार्केट एक्सपर्ट के अनुसार ग्लोबल ऑयल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड और डॉलर-रुपये के बीच कारोबार का असर भी स्टॉक मार्केट पर पड़ेगा।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के एसवीपी, रिसर्च, अजीत मिश्रा ने कहा इस छोटे कारोबारी हफ्तों में निवेशकों की नजर एफआईआई फ्लो पर बनी रहेगी। पिछले डेढ़ महीने से एफआईआई फ्लो का असर शेयर बाजार पर पड़ा है।यह भी पढ़ें: Stock M-Cap: बिकवाली भरे कारोबार में दो कंपनियों के एम-कैप में हुई बढ़त, HDFC Bank और SBI को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान
सिद्धार्थ खेमका, प्रमुख - अनुसंधान, वेल्थ मैनेजमेंट, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के अनुसार निराशाजनक तिमाही नतीजों के कारण बाजार में उतार-चढ़ाव भरा कारोबार रहा है। डॉलर के लगातार मजबूत होने और विदेशी निवेशकों द्वारा जारी बिकवाली के कारण पिछले महीने शेयर बाजार के निवेशकों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा।