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NSE ने रचा इतिहास, अक्टूबर में 20 करोड़ ग्राहक अकाउंट्स को किया पार; महाराष्ट्र पहले स्थान पर

एनएसई के ग्राहकों की कुल संख्या अक्टूबर महीने में 20 करोड़ को पार कर गई यह आठ महीनों में एक प्रभावशाली वृद्धि है। एनएसई ने एक विज्ञप्ति में कहा कि राज्य-वार आधार पर सबसे अधिक 3.6 करोड़ खातों के साथ महाराष्ट्र सबसे आगे है 2.2 करोड़ खातों के साथ उत्तर प्रदेश 1.8 करोड़ खातों के साथ गुजरात और 1.2 करोड़ खातों के साथ राजस्थान और पश्चिम बंगाल दोनों हैं।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Wed, 30 Oct 2024 11:00 PM (IST)
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NSE ने रचा इतिहास, अक्टूबर में 20 करोड़ ग्राहक अकाउंट्स को किया पार;
जागरण डेस्क, नई दिल्ली। पिछले दो तीन सालों में भारतीय शेयर बाजार में काफी उछाल देखने को मिला है। हालांकि इस बीच काफी उतार चढ़ाव देखने को मिला लेकिन ग्राहकों की संख्या बढ़ती रही। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने इतिहास रच दिया है। एनएसई ने एक विज्ञप्ति में कहा कि एनएसई के ग्राहकों की कुल संख्या 20 करोड़ (200 मिलियन) को पार कर गई, यह आठ महीनों में एक प्रभावशाली वृद्धि है। आठ महीने पहले एनएसई पर 16.9 करोड़ अकाउंट्स थे, यानि अक्टूबर में नए अकाउंट्स की संख्या में जोरदार वृद्धि देखने को मिली है।

ग्राहकों की संख्या में महाराष्ट्र पहले स्थान पर

एनएसई ने एक विज्ञप्ति में कहा कि राज्य-वार आधार पर, सबसे अधिक 3.6 करोड़ खातों के साथ महाराष्ट्र सबसे आगे है, इसके बाद 2.2 करोड़ खातों के साथ उत्तर प्रदेश, 1.8 करोड़ खातों के साथ गुजरात और 1.2 करोड़ खातों के साथ राजस्थान और पश्चिम बंगाल दोनों हैं। सामूहिक रूप से, इन राज्यों में कुल ग्राहक खातों का लगभग 50 प्रतिशत का हिस्सा है, जबकि शीर्ष दस राज्य कुल मिलाकर लगभग तीन-चौथाई का प्रतिनिधित्व करते हैं।

ग्राहकों की संख्या में वृद्धि के लिए डिजिटल ने निभाई भूमिका

एनएसई के मुख्य व्यवसाय विकास अधिकारी श्रीराम कृष्णन ने कहा कि हमने अपने निवेशक के आधार पर एक और उल्लेखनीय मील का पत्थर हासिल किया है, फरवरी की लगभग 17 करोड़ की गिनती के बाद केवल आठ महीनों में एक्सचेंज में लगभग तीन करोड़ कुल खातों की वृद्धि देखी गई है। यह असाधारण वृद्धि डिजिटल परिवर्तन और तकनीकी नवाचार द्वारा संचालित भारत की विकास कहानी में निवेशकों के मजबूत विश्वास को दर्शाती है।

ग्राहकों में वृद्धि का श्रेय मोबाइल ट्रेडिंग को

ग्राहकों में वृद्धि का श्रेय मोबाइल ट्रेडिंग को व्यापक रूप से अपनाने और सरकार की डिजिटल पहलों द्वारा समर्थित बढ़ती निवेशक जागरूकता को भी दिया जा सकता है। इन कारकों ने बाजार पहुंच को प्रभावी ढंग से लोकतांत्रिक बना दिया है, विशेष रूप से टियर 2, 3 और 4 शहरों के निवेशकों को लाभ हुआ है। अब डिजिटल के माध्यम से छोटे शहरों के निवेशक भी आसानी से शेयर बाजार का गणित जानकर निवेश कर सकते हैं।

एनएसई भारत में इलेक्ट्रॉनिक, स्क्रीन-आधारित ट्रेडिंग लागू करने वाला पहला एक्सचेंज था। सेबी के आंकड़ों के अनुसार, इसका संचालन 1994 में शुरू हुआ और 1995 से हर साल इक्विटी शेयरों के लिए कुल और औसत दैनिक कारोबार के मामले में इसे भारत में सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज के रूप में स्थान दिया गया है।