एक दिन चमकूंगा UP का सितारा हूं... 16 की उम्र में अनाथ, 18 साल में बना भारतीय टीम का कप्तान
यूएई में होने वाले अंडर-19 एशिया कप के लिए सहारनपुर के मोहम्मद अमान को भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान की जिम्मेंदारी सौंपी गई है। अमान की उपलब्धि पर जनपद के क्रिकेट खिलाड़ियों में भारी उत्साह है। अमान का यहां तक पहुंचने का सफर बेहद दुख भरा और कांटों भरा रहा है। अमान गुजरे हुए दिनों को जब याद करते हैं तो उनकी आंखें नम हो जाती हैं।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। यह कहानी है उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले भारतीय क्रिकेट के उभरते हुए खिलाड़ी मोहम्मद अमान की। सिर्फ 16 साल की उम्र में ही मां-बाप का देहांत होने के बाद 3 भाई-बहनों की जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई। पारिवारिक जिम्मेदारी और खेल प्रतिभा को साथ लेकर चना मुश्किल हो रहा था। एक होनहार खिलाड़ी गुमनामी में खोने को तैयार था।
ऐसे कठिन समय में मोहम्मद अमान को यूपीसीए का साथ मिला। अमान को जब सुविधाएं मिलीं तो उसका खेल भी और सितारे एक साथ चमक उठे। पहले भारत की अंडर-19 टीम में सिलेक्शन और अब अंडर-19 एशिया कप में भारतीय टीम की कप्तानी भी मिल गई। दरअसल, 50 ओवर के एसीसी (एशियाई क्रिकेट परिषद) अंडर-19 एशिया कप में भारतीय टीम की अगुआई उत्तर प्रदेश के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज मोहम्मद अमान करेंगे। इस टूर्नामेंट का आयोजन संयुक्त अरब अमीरात में इस महीने के आखिर में होगा।
क्रिकेट छोड़ने का बना लिया था मन
हालांकि, इंडिया की अंडर-19 टीम का कप्तान बनने से पहले अमान ने बहुत संघर्ष किया है। यहां तक पहुंचने का सफर कांटों भरा रहा। उनकी मां सायबा का 2020 में कोविड-19 महामारी के दौरान मौत हो गई थी। उनके पिता मेहताब एक ट्रक ड्राइवर थे। उन्होंने अपनी नौकरी खो दी थी और दो साल बाद लंबी बीमारी के कारण उनकी भी मौत हो गई। सिर से माता-पिता का साया उठने से अमान के पास दो विकल्प थे या तो क्रिकेट खेलना जारी रखें या अपने सपने को भूलकर नौकरियों की तलाश करें।
'एक ही दिन में हो गया बड़ा'
इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में अमान ने कहा था, जब मैंने अपने पिता को खोया, तो ऐसा लगा जैसे मैं एक ही दिन में अचानक बड़ा हो गया। मैं परिवार का मुखिया बन गया। मुझे अपनी छोटी बहन और दो भाइयों की देखभाल करनी थी। मैंने खुद से कहा कि मुझे क्रिकेट छोड़ देना चाहिए और मैंने सहारनपुर में नौकरी भी तलाशी, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। हालांकि, कुछ लोग चाहते थे कि मैं अपना खेल जारी रखूं और मदद करने को तैयार थे।
कोच ने की मदद
हजारों तकलीफों के बाद भी अमान ने हार नहीं मानी और क्रिकेट खेलना जारी रखा। वह जब नौकरी की तलाश में थे तभी उनकी मुलाकात उनके कोच राजीव गोयल से हुई। कोच ने उन्हें एकेडमी में शामिल कर लिया। इसके बाद यूपीसीए ने भी अमान की मदद की। अब 18 साल की उम्र में उन्हें उनकी कड़ी मेहनत का रिजल्ट मिला। उनको भारत की अंडर-19 टीम का कप्तान बनाया गया है। पिछले कुछ सालों को याद करते हुए अमान को यकीन नहीं होता कि उन्होंने उन काले दिनों को गुजार दिया है।क्रिकेटर मोहम्मद अमान का क्रिकेट संघर्ष
- मोहम्मद अमान, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के खान आलमपुर के रहने वाले हैं।
- अमान एक बेहतरीन बल्लेबाज और फास्ट बॉलर हैं।
- अमान ने साल 2016-17 में अंडर-14 में क्रिकेट डेब्यू किया था।
- साल 2022-23 में अमान ने अंडर-19 क्रिकेट श्रेणी में डेब्यू किया।
- अमान ने वीनू मांकड ट्रॉफी में यूपी अंडर-19 टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए थे।
- अमान नवंबर 2023 में हुए एशिया कप में अंडर-19 टीम का हिस्सा थे।
- मुश्किल समय में अमान को अपने कोच राजीव गोयल जैसे कुछ शुभचिंतकों का समर्थन मिला।
भारतीय अंडर-19 टीम: आयुष म्हात्रे, वैभव सूर्यवंशी, सी आंद्रे सिद्धार्थ, मोहम्मद अमान (कप्तान), किरण चोरमले (उपकप्तान), प्रणव पंत, हरवंश सिंह पंगलिया (विकेटकीपर), अनुराग कावड़े (विकेटकीपर), हार्दिक राज, मोहम्मद एनान, केपी कार्तिकेय, समर्थ नागराज, युद्धजीत गुहा, चेतन शर्मा, निखिल कुमार।
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