SL vs WI: श्रीलंका की टीम ने फिर किया चमत्कार, वेस्टइंडीज के खिलाफ पहली बार जीती टी20I सीरीज
श्रीलंका ने आखिरी टी20I में वेस्टइंडीज को 9 विकेट से हराकर तीन मैच की सीरीज में 2-1 से कब्जा जमाया। यह पहली बार है जब श्रीलंका ने वेस्टइंडीज के खिलाफ कोई टी20I सीरीज जीती है। पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज ने 8 विकेट पर 162 रन बनाए थे। इसके जवाब में श्रीलंका ने 18 ओवर में 1 विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। कुसल मेंडिस की शानदार बल्लेबाजी की बदौलत श्रीलंका ने गुरुवार को तीसरे और अंतिम मैच में वेस्टइंडीज को 9 विकेट से हराकर पहली बार टी20 सीरीज जीती। मेजबान टीम ने 163 रनों का लक्ष्य 12 गेंद शेष रहते हासिल कर लिया, जिससे दांबुला में मौजूद दर्शक खुशी से झूम उठे।
कुसल मेंडिस मैच के हीरो रहे, जिन्होंने 48 गेंद पर नाबाद 68 रन बनाए। अपनी इस बेहतरीन पारी के दौरान पांच चौके और तीन छक्के जड़े। मेंडिस 44 के स्कोर थे तभी उन्हें जीवनदान मिला। रोस्टन चेस रिटर्न कैच पकड़ने में विफल रहे, जिससे श्रीलंकाई ओपनर ने इसका फायदा उठाया और मैच खत्म किया।
श्रीलंका ने की धमाकेदार शुरुआत
पथुम निसांका के साथ ओपनिंग करते हुए मेंडिस ने श्रीलंका को धमाकेदार शुरुआत दिलाई। दोनों ने 5.2 ओवर में 60 रन की साझेदारी की, जिसमें निसांका ने 22 गेंद पर 39 रन बनाए। गुडाकेश मोती ने निसांका को आउट किया।निसांका के जाने के बाद मेंडिस के साथ कुसल परेरा ने पारी को संभाला। परेरा ने 36 गेंद पर नाबाद 55 रन बनाए और अपना 15वां टी20 अंतरराष्ट्रीय अर्धशतक पूरा किया। मेंडिस और परेरा ने मिलकर 106 रनों की अटूट साझेदारी की और श्रीलंका को वेस्टइंडीज के खिलाफ ऐतिहासिक सीरीज जीत दिलाई।
स्पिनर साबित हुए तुरुप का इक्का
पहले बल्लेबाजी करने उतरी वेस्टइंडीज को शुरुआती मुश्किलों का सामना करना पड़ा। एक समय वेस्टइंडीज ने 68 रन पर 5 गंवा दिए थे। हालांकि, कप्तान रोवमैन पॉवेल और गुडाकेश मोती के बीच 26 गेंद पर 54 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी ने मेहमान टीम को संभाला। हसरंगा ने इस साझेदारी को तोड़ाश्रीलंका का स्पिन विभाग एक बार फिर उनके लिए तुरुप का इक्का साबित हुआ। महेश थीक्षाना और वानिंदु हसरंगा ने दो-दो विकेट लिए। सीरीज की शुरुआत वेस्टइंडीज की पांच विकेट की जीत से हुई, लेकिन श्रीलंका ने दूसरे मैच में 73 रन की जीत के साथ जोरदार वापसी की। यह जीत नए हेड कोच सनथ जयसूर्या के नेतृत्व में श्रीलंकाई टीम के लिए शानदार दौर का समापन है।