सर्जरी में 65 से ज्यादा टांके... 10 दिन तक कुछ नहीं खाया, 9 यूनिट चढ़ा खून; किशोर ने तस्वीर के साथ बयां किया दर्द
Delhi News 17 वर्षीय किशोर को दिल्ली में एम्स में जानलेवा सर्जरी करवानी पड़ी। किशोर को काइफोस्कोलियोसिस नामक रीढ़ की हड्डी की बीमारी थी जो पीठ को झुका देती है। यह सर्जरी कराना बहुत कठिन था लेकिन किशोर ने साहस दिखाकर सर्जरी कराई। सर्जरी के दौरान किशोर को 65 से ज्यादा टांके आए 10 दिन तक कुछ नहीं खाया और 9 यूनिट खून भी चढ़ा। किशोर ने दर्द बयां किया।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में एक बहुत कठिन सर्जरी की गई, जिसके बारे में जानकर हर कोई हैरान है। खास बात है कि डॉक्टर इस सर्जरी को करने में सफल रहे, लेकिन जिस किशोर की सर्जरी की गई है। उसने अपना स्वास्थ्य अनुभव (दर्द) सोशल मीडिया पर बयां किया है। 17 वर्षीय किशोर की रीढ़ की हड्डी में दिक्कत थी।
बताया कि सर्जरी के दौरान करीब 65 टांके लगाए गए, जिससे उसे बहुत ज्यादा दर्द सहना पड़ा। आइए बताते हैं कि किशोर ने सोशल मीडिया पर क्या-क्या अनुभव साझा किया है।
ऐसे साझा किया अनुभव
नमस्ते, मैं हर्षित शर्मा हूं। मैंने जुलाई के आसपास कई फंडरेजिंग पोस्ट बनाए और कुछ पैसे जुटाए। नौ अगस्त को एम्स ने आश्चर्यजनक रूप से मुझे एक जरूरी सर्जरी के लिए बुलाया। क्योंकि एक दुर्लभ स्लॉट उपलब्ध था। मेरी सर्जरी 12 अगस्त के लिए निर्धारित थी, लेकिन कोलकाता के आरजी केएआर अस्पताल में पीड़ित के समर्थन में देशव्यापी डॉक्टरों की हड़ताल के कारण रद्द कर दी गई।
बताया कि इसके बाद सर्जरी निर्धारित होने से पहले मेरी पीठ पर इस्तेमाल की गई हेयर रिमूवल क्रीम से मुझे गंभीर एलर्जी हो गई। इससे मुझे बहुत परेशानी झेलनी पड़ी। इन सबके बाद, मैंने कोई और फंडरेजिंग पोस्ट नहीं बनाई, क्योंकि मैंने पहले ही अपनी सर्जरी के शेड्यूल के बारे में पोस्ट कर दिया था और मुझे चिंता थी कि लोग मेरे इरादों पर शक करेंगे।
25 अक्टूबर को हुई सर्जरी
किशोर ने अपनी पोस्ट में आगे बताया कि आखिरकार 25 अक्टूबर को मेरी सर्जरी हुई। यह अविश्वसनीय रूप से कठिन थी। मैं दो दिनों तक आईसीयू में रहा। डॉक्टरों को 9 यूनिट खून चढ़ाना पड़ा। मुझे 65 से ज्यादा टांके लगे थे और मैं इतना दर्द में था कि कई दर्द निवारक इंजेक्शन भी काम नहीं कर पा रहे थे। मैं 10 दिनों तक कुछ खा नहीं सका।
यह भी पढ़ें- ओडिशा बॉर्डर पर नक्सलियों से जवानों की मुठभेड़, नदी पार कर छत्तीसगढ़ घुसने की कर रहे थे कोशिश; एक जवान घायलकिशोर ने आगे लिखा कि मुझे बहुत खुशी है कि मैं जिंदा हूं। यह पोस्ट उन लोगों को धन्यवाद देने के लिए है, जिन्होंने मेरे लिए अपनी मेहनत की कमाई का योगदान दिया और उन लोगों को संबोधित करने के लिए जिन्होंने मुझ पर संदेह किया। किशोर ने दिल्ली एम्स से डिस्चार्ज होने के बाद यह पोस्ट सोशल मीडिया पर पोस्ट की।
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