Delhi AIIMS में ऑटोमेटिक रोबोटिक सिस्टम से वार्डों में पहुंचेगी दवा, ऐसी सुविधा वाला देश का पहला अस्पताल
एम्स में अब दवाओं की डिलीवरी के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और रोबोटिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। स्वचालित रोबोटिक इंवेंटरी सिस्टम के जरिए मरीजों को वार्ड में दवाएं पहुंचाई जाएंगी। यह सिस्टम प्रतिदिन 250 ऑर्डर पूरे करने में सक्षम होगा और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा। एम्स देश का पहला सरकारी अस्पताल होगा जहां इस तरह की सुविधा होगी।
रणविजय सिंह, नई दिल्ली। चिकित्सा क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और रोबोटिक तकनीक का इस्तेमाल बढ़ रहा है। इसी क्रम में अब एम्स स्टोर में दवाओं के भंडारण, वितरण और प्रबंधन के लिए स्वचालित रोबोटिक इंवेंटरी सिस्टम लगाएगा।
इसके लिए एम्स ने प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। इसलिए उम्मीद है कि अगले वर्ष एम्स का दवा स्टोर स्वचालित रोबोटिक इंवेंटरी सिस्टम से लैस होगा। तब इस रोबोटिक सिस्टम के जरिये वार्ड में मरीजों को दवा पहुंचाई जाएगी। एम्स प्रशासन का दावा है कि एम्स देश का पहला सरकारी अस्पताल होगा जहां इस तरह की सुविधा होगी।
ओपीडी में पहुंचते हैं रोज 15 हजार मरीज
करीब साढ़े तीन हजार बेड की क्षमता वाले एम्स की ओपीडी में प्रतिदिन करीब 15,000 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं और करीब एक हजार नए मरीज भर्ती होते हैं। अस्पताल में 2800-3000 मरीज हमेशा भर्ती रहते हैं। भर्ती मरीजों के इलाज के लिए एम्स के दवा स्टोर में करीब 1800 तरह की दवाएं खरीदी जाती है। विभिन्न वार्डों से दवा स्टोर में प्रतिदिन दवा के लिए 250 मांग पत्र पहुंचता है।
कागजी कार्रवाई व निगरानी की जरूरत
स्टोर में बड़े स्तर पर दवाओं की खरीद व वितरण होने से बहुत कागजी कार्रवाई व निगरानी की जरूरत होती है। मौजूदा समय में यह काम कर्मचारी मैनुअली करते हैं। जिसमें भ्रष्टाचार की भी आशंका रहती है। इन तमाम कारणों से एम्स ने रोबोटिक तकनीक का सहारा लेने की तैयारी की है। इसके मद्देनजर एम्स ने स्वचालित रोबोटिक इंवेंटरी सिस्टम लगाने के लिए निजी कंपनियों से आवेदन मांगे हैं।
स्वचालित रोबोटिक इंवेंटरी सिस्टम लगेगा
न्यू प्राइवेट वार्ड-तीन के बेसमेंट में दवा स्टोर विकसित कर स्वचालित रोबोटिक इंवेंटरी सिस्टम लगाया जाएगा। यह सिस्टम साफ्टवेयर से जुड़ा होगा और रोबोटिक लिफ्ट होंगी, जो स्टोर में दवा को रखने और वार्डों से दवा की मांग होने पर उसे आपूर्ति करने में मदद करेंगी।
प्रतिदिन 250 आर्डर को पूरा करने में सक्षम
यह सिस्टम प्रतिदिन 250 आर्डर को पूरा करने में सक्षम होगा। दवा स्टोर व वार्ड में नर्सिंग स्टेशन पर एक डैशबोर्ड भी होगा। जहां दवा के स्टाक, दवा की मांग, दवा जारी होने व दवा की लंबित मांग की जानकारी रियल टाइम में प्रदर्शित होगी। इससे निगरानी व्यवस्था बेहतर होगी और दवा की उपलब्धता भी सुनिश्चित होगी।
रोबोटिक सिस्टम के तहत कंवेयर बेल्ट लगेगा
एम्स के मीडिया डिविजन की प्रभारी डॉक्टर रीमा दादा ने कहा कि एम्स में विभिन्न सेंटरों के लिए अलग-अलग स्टोर है। इसे एक जगह सेंट्रलाइज किया जाएगा। रोबोटिक सिस्टम के तहत कंवेयर बेल्ट लगाया जाएगा। इसके जरिये दवा पहुंचाने की व्यवस्था होगी। वैसे एम्स बड़े क्षेत्र में फैला है और कई सेंटर हैं। इस वजह से हर सेंटर में यह सुविधा कर पाना संभव नहीं है।
कंवेयर बेल्ट के जरिये दवा पहुंचाई जाएगी
फिर भी कार्डियक न्यूरो सेंटर (सीएनसी) व कई ब्लॉक के वार्ड में रोबोटिक सिस्टम व कंवेयर बेल्ट के जरिये दवा पहुंचाई जाएगी। दवा सही जगह प्राप्त हो इसके लिए सिस्टम द्वारा स्वत: एक ओटीपी जारी होगा। वार्ड में यह ओटीपी दर्ज करने के बाद दवा डिलीवर होगी। इससे आगे चलकर दवा स्टोर में कर्मचारियों की संख्या कम होगी।