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Delhi Air Pollution: गैस चैंबर बनी दिल्ली, GRAP के नियमों की खुलेआम उड़ रही धज्जियां

दिल्ली में प्रदूषण का स्तर इतना ज्यादा पहुंच गया है कि सरकार को ग्रेप का तीसरा चरण लागू करना पड़ा है। स्कूलों में छोटे बच्चों की छुट्टियां करनी पड़ी। लोग घरों से निकलते समय फेस मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन इन सबके बावजूद नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ रही हैं। आनंद विहार इलाके में प्रदूषण का स्तर पूरी दिल्ली के मुकाबले ज्यादा है।

By SHUZAUDDIN SHUZAUDDIN Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Sat, 16 Nov 2024 01:30 PM (IST)
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गैस चैंबर बनी राजधानी में ग्रेप के निमयों की उड़ रही हैं धज्जियां। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर इतना ज्यादा पहुंच गया है कि ग्रेप का तीसरा चरण लागू कर दिया गया है। स्कूलों में छोटे बच्चों की स्कूलों की छुट्टियां करनी पड़ गई। लोग घर से बाहर निकल रहे हैं तो पहले चेहरे पर मास्क लगा रहे हैं।

सरकारी विभाग प्रदूषण को कम करने के लिए नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्ती करने का दम भर रहे हैं, लेकिन गैस चैंबर बन चुकी दिल्ली में धड़ल्ले से नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। सड़कों से लेकर खाली मैदानों में खुले में भवन निर्माण सामग्री पड़ी हुई है। रोक के बावजूद निर्माण कार्य भी जारी हैं।

आनंद विहार इलाके में प्रदूषण का स्तर पूरी दिल्ली के मुकाबले अधिक रहता है। आनंद विहार के कड़कड़ी मोड के पास निगम की सड़क पर भवन निर्माण सामग्री बेचने वालों ने लाइन ने निर्माण सामग्री डाली हुई है। पास में ही एक स्कूल व दो बड़े निजी अस्पताल हैं। जिस वक्त सड़क से वाहन गुजरते हैं तो इतनी धूल उड़ती है कि सामने का कुछ दिखाई नहीं देता है।

खुरेजी में डीडीए की जमीन पर पड़ी भवन निर्माण सामग्री। जागरण

निर्माण सामग्री का व्यापार करने वाले धड़ल्ले से ग्रेप का उल्लंघन कर रहे हैं, उन्हें इस बात की जरा भी चिंता नहीं है कि जिला प्रशासन व निगम उन्हें कुछ कहेंगे। क्योंकि सरकारी सड़क को घेरकर वह व्यापार कर रहे हैं, इससे ही पता चल जाता है कि विभाग प्रदूषण व अपनी सड़क की सफाई को लेकर कितना गंभीर है। खुरेजी पेट्रोल पंप के पास डीडीए की जमीन को घेरकर लोग निर्माण सामग्री का कारोबार कर रहे हैं।

खुले में निर्माण सामग्री पड़ी हुई है। न डीडीए, प्रशासन व निगम को कोई लेनादेना नहीं है। यहां के स्थानीय लोग का आरो है मोटी रकम अधिकारियों को जाती है, इस वजह से जमीन पर ही कब्जा करवाया हुआ है। किसी का मकान बन रहा होता है तो कार्रवाई के लिए अधिकारी पहुंच जाते हैं। लेकिन माफिया पर कार्रवाई नहीं करते हैं।

मुझे जानकारी नहीं है कि खुरेजी में सरकारी जमीन को घेरकर निर्माण सामग्री बेची जा रही है। मामला संज्ञान में आया है इसको दिखवाया जाएगा।

संदीप यादव, एसडीएम प्रीत विहार।

खुरेजी पेट्रोल पंप पर सरकारी जमीन पर कब्जे की शिकायत कभी नहीं मिली है। डीडीए ने भी कभी इस बारे में सूचना नहीं दी। अगर वहां उल्लंघन हो रहा है तो कार्रवाई की जाएगी।

अंशुल सिरोही, उपायुक्त शाहदरा दक्षिणी जोन।

स्टेशन : पीएम-2.5 पीएम-10

आनंद विहार : 692 932

पटपड़गंज : 730 948

सोनिया विहार 555 748

विवेक विहार 639 810

बाहरी दिल्ली

बाहरी दिल्ली के कई क्षेत्रों में ग्रेप का पालन नहीं हो रहा है। लकड़ी जलाने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। उसके बाद भी बुराड़ी में सड़क पर जगह-जगह लोग भट्टी में लकड़ी जलाकर मूंगफली भून रहे हैं। वहीं, हैदरपुर झुग्गी बस्ती के पास बाहरी रिंग रोड स्थित खुले में भवन निर्माण सामग्री पड़ी हुई है। यहां से सामग्री अन्य जगहों पर ले जाने के लिए वाहनों में लोड किया जाता है।

लोडिंग-अनलोडिंग साइट पर पानी का भी कोई छिड़काव नहीं किया जा रहा है। उड़ रही धूल से लोग परेशान दिखे। बाहरी रिंग रोड पर मुकरबा चौक के पास हैदरपुर बादली मोड़ पर अंडरपास का निर्माण हो रहा है। जिसके कारण मुख्य सड़क से लकर फुटपाथ पर धूल उड़ती दिखी। निर्माण साइट पर और आसपास नियमित रूप से पानी का छिड़काव नहीं हो रहा है। यहां धूल उड़ने के कारण राहगीरों का निकलना मुश्किल हो रहा है।

दूसरी ओर सुल्तानपुरी को रोहिणी सेक्टर-22 को जोड़ने वाली 100 फुटा रोड पर हर समय धूल उड़ती रहती है। शुक्रवार को भी इस सड़क से बच्चे धूल फांकते हुए स्कूल पहुंचे, फिर स्कूल से घर। इस रोड पर इस कदर धूल उड़ती है कि आसपास के दुकानदार व स्थानीय लोगों को बार-बार अपने दुकानों व मकानों में रखे सामानों की सफाई करनी पड़ती है। इस सड़क की न तो साफ-सफाई ही ठीक हो रही है और नहीं नियमित साफ-सफाई।

पश्चिमी दिल्ली

पश्चिमी दिल्ली में सड़कों से लेकर गलियों में जमकर नियमों का उल्लंघन हो रहा है। नजफगढ़-नांगलोई रोड हो या फिर नाला रोड की सड़कों पर उड़ती धूल नियमों को तार-तार कर रही है, जिसकी वजह से यहां के लोग भी परेशान हैं। इस सड़क पर धूल का गुबार हमेशा उड़ता रहता है।

यही नहीं दिचाऊं कला डिपो से लेकर बापरौला की सड़क पर भी धूल का संकट जारी है। जिसकी वजह से वाहनों से आवागमन करने में लोगों को काफी दिक्कत होती है। उत्तम नगर से द्वारका जाने वाली रोड पर सड़क के बीचोबीच मलबा पड़ा हुआ है।

द्वारका सेक्टर-14 की सड़क पर भी धूल उड़ने की समस्या बनी हुई है, क्योंकि इस सड़क का निर्माण पहले चल रहा था। सेक्टर-6 के बाहर लोग रात को कूड़ा जलाते हैं, जिसकी वजह से भी प्रदूषण से लोगों का बुरा हाल हो जाता है।

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