Delhi Blast: दिल्ली में 10 महीने पहले भी हुआ था ऐसा धमाका, NIA को सौंपा जा सकता है केस
जांच में शामिल टीम के अधिकारी के अनुसार विस्फोटक को इस तरह रखा गया था कि उसके धमाके से पैदा हुई ऊर्जा बहुत तेजी से दूर तक जाए। ऐसे धमाके कराने के लिए रासायनिक विस्फोटक को बहुत गर्म सघन और उच्च दबाव वाली गैस में बदला जाता है। इससे धमाका होने पर ऊर्जा ध्वनि से भी तेज गति से बहुत दूर तक फैलती है।