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अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद आध्यात्मिक निर्माण के लिए होगा महायज्ञ, 800 से अधिक वैदिक विद्वान शामिल होंगे

Delhi News अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के बाद आध्यात्मिकता के निर्माण के लिए 57 दिवसीय महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। कांची कामकोटि मठ द्वारा राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सहयोग से आयोजित इस महायज्ञ में 800 से अधिक वैदिक विद्वान शामिल होंगे। प्रतिदिन यज्ञ में 100 परिवार शामिल होंगे जबकि पूरे यज्ञ में 10 लाख से अधिक लोगों के जुटने का अनुमान है।

By Nimish Hemant Edited By: Geetarjun Updated: Tue, 15 Oct 2024 11:43 PM (IST)
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जानकारी देते स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती, सांसद प्रवीन खंडेलवाल (बाएं) व यज्ञ की व्यवस्था से जुड़े डीएसएन मूर्ति (दाएं)।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण के बाद राम की जन्मभूमि (Janmabhoomi) पर आध्यात्मिकता के निर्माण के लिए 57 दिवसीय महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। खास बात कि श्री महा नारायण दिव्य रुद्र सहित शत सहस्त्र चंडी विश्व शांति महायज्ञ (Vishwa Shanti Mahayagya) का आयोजन कांची कामकोटि मठ द्वारा राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सहयोग से होगा। इस तरह, 2 नवंबर से 28 दिसंबर तक अयोध्या में उत्तर व दक्षिण का धार्मिक संगम भी देखने को मिलेगा।

अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि रामजन्म भूमि को लेकर सैकड़ों वर्षों के संघर्ष में इतना रक्तपात हुआ है कि मंदिर बन जाने के बावजूद अयोध्या में उस आध्यात्मिकता की अनुभूति नहीं हो रही है जो अन्य धार्मिक स्थलों में है। इसलिए इस महायज्ञ का आयोजन किया गया है।

महायज्ञ संबंधित पुस्तिका को जारी करते स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती, साथ में सांसद प्रवीन खंडेलवाल व यज्ञ की व्यवस्था से जुड़े डीएसएन मूर्ति।

मानवता के लिए महत्वपूर्ण

कांची कामकोटि पीठ के प्रतिनिधि अंशुमान राव ने कहा कि पीठ व कांची के 70वें पीठाधिपति जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी शंकर विजयेंद्र सरस्वती इस महायज्ञ को भारत ही नहीं, बल्कि संपूर्ण मानवता के कल्याण व शांति के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं। उन्होंने बताया कि कांची मठ और अयोध्या की सनातन अध्यात्मिक चेतना से जुड़ाव हजारों वर्ष पूर्व से है। कांची की देवी कामाक्षी शक्ति पीठ भगवान राम की कुल देवी हैं। राजा दशरथ ने वहां संतानोत्पति की पूजा की थी।

800 से अधिक विद्वान होंगे शामिल

महायज्ञ आयोजन से जुड़े डीएसएन मूर्ति ने बताया कि महायज्ञ में ब्रम्हार्षि यान मंदरा वेणु गोपाल शास्त्री के मार्गदर्शन में भारतभर से 800 से अधिक वैदिक विद्वान शामिल होंगे। प्रतिदिन यज्ञ में 100 परिवार शामिल होंगे, जबकि पूरे यज्ञ में 10 लाख से अधिक लोगों के जुटने का अनुमान है। इस मौके पर चांदनी चौक के सांसद प्रवीन खंडेलवाल की भी मौजूदगी रही।

राम मंदिर के मुख्य शिखर में भी बनेगी पत्थरों की 29 लेयर

राम मंदिर के मुख्य शिखर निर्माण में शुक्रवार को पत्थरों की प्रथम परत का कार्य पूर्ण कर लिया गया। मुख्य शिखर के निर्माण में 29 परत (लेयर) में पत्थरों को मंदिर की नींव की भांति ही संयोजित किया जाना है। मंदिर की नींव 44 लेयर में निर्मित की गई थी। मुख्य शिखर का निर्माण नवरात्र के प्रथम दिन तीन अक्टूबर को शुरू कराया गया था। शुक्रवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से इंटरनेट मीडिया पर मुख्य शिखर निर्माण संबंधी कई चित्र प्रेषित किये गए हैं।

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