Lakhpat Fort Kutch: अपने समय का कॉस्मोपॉलिटन सिटी, हर शख्स था लखपति… फिर कैसे बर्बाद हुआ बंदरगाह वाला शहर लखपत
देश की धरोहर में आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जहां साल 1800 के आस-पास इतना व्यापार होता था कि वहां रहने वाला हर शख्स लखपति था। लिहाजा इस जगह का ही नाम ही लखपत पड़ गया। हालांकि गुजरात के भुज में बसी यह जगह आज वीरान हो गई है। जानिए आखिर क्या हुआ था यहां।
By Shashank Shekhar Bajpai Edited By: Shashank Shekhar Bajpai Updated: Sat, 26 Oct 2024 09:00 AM (IST)
शशांक शेखर बाजपेई। गुजरात और सिंध को जोड़ने की वजह से भुज का लखपत शहर कभी व्यापारिक दृष्टि से अहम था। यह जगह आज पाकिस्तान की सीमा के बहुत पास है। कहते हैं कि यहां से ओमान तक समुद्री रास्ते से व्यापार होता था, जिसकी वजह से यहां रहने वाले लोग उस समय लखपति हुआ करते थे।
साथ ही शायद उस समय का पहला कॉस्मोपॉलिटन शहर, जहां कई धर्मों और जातियों के लोग रहा करते थे। सभी आर्थिक रूप से संपन्न और खुशहाल थे। गुजरात में उस समय यह जगह सबसे बड़ी और अमीर बस्तियों में शामिल थी। माना जाता है कि उस वक्त इस शहर में करीब 15 हजार से ज्यादा लोग रहते थे।
चीनी यात्री व्हेन सांग 7वीं सदी में यहां से गुजरे थे। उन्होंने अपने यात्रा वृतांत में लिखा था कि तब कच्छ सिंध प्रांत का हिस्सा हुआ करता था। तब यहां चावल सहित कई तरह की फसलें उगाई जाती थीं। यानी उस समय भी इस जगह पर संपन्नता हुआ करती थी। हालांकि, इस जगह का शीर्ष पर पहुंचना तो बाकी था।
एक पीर ने की थी भविष्यवाणी
15वीं सदी के बाद यह व्यापार का महत्वपूर्ण केंद्र बना। ओटीटी प्लेटफॉर्म डिस्कवरी प्लस के शो ‘एकांत’ में महाराजा सयाजी राव यूनिवर्सिटी के इतिहासकार डॉक्टर राजकुमार हंस बताते हैं कि जमादार फतेह मोहम्मद गरीब परिवार में पैदा हुआ था। उसका काम भेड़-बकरियां चराना था। कहतें हैं बचपन में वह भेड़-बकरियां चराते हुए एक पेड़ की छांव में सो गया था।इसी दौरान वहां से गुजर रहे एक पीर ने उसके लात मारकर जगाया। पीर के इस बर्ताव पर फतेह मोहम्मद गुस्सा नहीं हुआ, बल्कि मुस्कुराने लगा। तब पीर ने भविष्यवाणी की थी कि फतेह एक दिन बड़ा आदमी बनेगा। साथ ही यह सलाह भी दी थी कि एक दिन राजा से जरूर मिलना।