18 बूथों पर नहीं पहुंचे एक भी मतदाता, रामनगर के 22 गांवों के 15000 हजार मतदाता नाराज
बिहार के रामनगर में 18 बूथों पर एक भी वोट नहीं पड़ा, क्योंकि 22 गांवों के लगभग 15000 मतदाताओं ने नाराजगी व्यक्त करते हुए मतदान का बहिष्कार किया। वहीं सीतामढ़ी में भी ऐसा ही हुआ। यहां ग्रामीणों का कहना है कि निर्दोषों पर दर्ज केस वापस करें, प्रशासन ने उन्हें मनाने की कोशिश की, पर वे नहीं माने।

रामनगर विधानसभा के दोन क्षेत्र में मतदान केंद्र पर नहीं पहुंचे मतदाता। जागरण
जागरण संवाददाता, बगहा। रामनगर विधानसभा क्षेत्र के दोन क्षेत्र में मंगलवार को मतदान केंद्रों पर खामोशी छाई रही। बीते वर्ष लोकसभा चुनाव में जोश और उत्साह दिखाई देता था, वहीं इस विधानसभा चुनाव में स्थिति बदल गई है।
दोन क्षेत्र के प्रवेश द्वार समझे जाने वाले अवरहिया गांव में बड़े-बड़े बोर्ड लगे थे, जिन पर लिखा था। "अबकी बार वोट बहिष्कार"। पूरे गांव में कोई मतदाता नजर नहीं आया। कुछ युवक मौजूद थे, लेकिन वे मतदान करने वाले नहीं थे। दोन क्षेत्र के कुल 32 टोलों के 18 मतदान केंद्र पर 15200 मतदाता हैं। एक बूथ संख्या 10, बेलाटाड़ी में एक वोट गलती से गिरने की सूचना मिली है।
निर्धारित मतदान केंद्र संख्या 27, राजकीय प्राथमिक विद्यालय बनवारी चौकीदार टोला में सुबह से सुरक्षा कर्मियों और मतदान कर्मचारियों की मौजूदगी थी, लेकिन सुबह 11:25 बजे तक कोई मतदाता नहीं पहुंचा।
पीठासीन पदाधिकारी सर्वेश राज ने बताया कि मतदान की पूरी तैयारी समय से ही कर ली गई थी। इसी प्रकार राघिया गांव में बुजुर्ग गिरधारी उरांव अपनी किराने की दुकान बंद करके मतदान का बहिष्कार कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 70 साल से सड़कों, पुलों, बिजली और नेटवर्क की सुविधा नहीं मिली।
बेलाटांड़ी दोन, पीतलबाड़ी दोन. गोबरहिया दोन, नरकटिया दोन आदि 22 मौजे के क्षेत्रों के लोग मतदान करने नहीं पहुंचे।
दोन क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय शीतलबारी दोन के बूथ संख्या 17 और 18 पर भी मतदान कर्मियों ने ड्यूटी निभाई, लेकिन कोई मतदाता नहीं आया।
सेमरहनी गांव की वृद्धा रंभा देवी ने बताया कि वे वर्षों से मतदान कर रही हैं, लेकिन पहली बार ऐसा नजारा देखने को मिला। उनका कहना था कि जब वोट देने के बाद कोई सुनवाई नहीं होगी तो बहिष्कार जरूरी हो गया। प्रखंड मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर बनकटवा करमहिया पंचायत के शेरहवा गांव में भी स्थिति यही थी।
चौक पर सभी दुकानें बंद थीं, लोग अपने घरों में ही कैद थे। बूथ संख्या 16, पंचायत सरकार भवन में मतदान कर्मी और सुरक्षा जवान पूरी तरह तैयार थे, लेकिन 12:15 बजे तक कोई मतदाता नहीं आया। भैंस लेकर खेत में जा रहे माया महतो ने बताया कि यह फैसला सामूहिक रूप से लिया गया है कि इस बार कोई मतदान नहीं करेगा।
सेमरहनी गांव के गुमास्ता शत्रुध्न पावे ने कहा कि लोग अब नेताओं की कठपुतली नहीं बनेंगे। जीत मिलने के बाद कोई क्षेत्र की ओर नहीं देखेगा। विकास की कमी और बुनियादी सुविधाओं का अभाव ही इस बार वोट बहिष्कार की मुख्य वजह बनी। हुस्नावती देवी, बिशनावती देवी और रंजना कुमारी ने भी यही कारण बताया।
18 मतदान केंद्र पर 15200 मतदाता
दोन क्षेत्र में कुल 32 टोले हैं और 18 मतदान केंद्र हैं। बनकटवा करमहिया और नौरंगिया पंचायत के सभी गांव और बनवारी चौकीदार टोला भी इस क्षेत्र में आते हैं। इन बूथों पर कुल मतदाता करीब 15,200 हैं। आमतौर पर यहां मतदान 70-75 प्रतिशत से अधिक रहता है। एक बूथ संख्या 10, बेलाटाड़ी में एक वोट गलती से गिरने की सूचना मिली है।
दोन क्षेत्र में मतदान का यह शून्य नजारा स्थानीय विकास और मूलभूत सुविधाओं की अनुपस्थिति पर जनता की नाराजगी को दर्शाता है। बूथ पर मौजूद कर्मचारी और सुरक्षा कर्मी पूरी तत्परता के बावजूद, लोग अपने घरों में बंद रहे और लोकतंत्र के इस पर्व में हिस्सा नहीं लिया।
सोनवा में मतदान का बहिष्कार, निर्दोषों पर दर्ज केस वापसी की मांग
सीतामढ़ी। बथनाहा प्रखंड के बथनाहा पूर्वी पंचायत के सोनवा गांव स्थित मतदान केंद्र संख्या 350, 351 और 352 पर मंगलवार को ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया। सुबह से शाम तक तीनों बूथों पर एक भी वोट नहीं पड़ा।
ग्रामीणों ने बताया कि कुछ माह पूर्व हुए सड़क जाम प्रकरण में पुलिस ने गांव के कई निर्दोष लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था। इसी के विरोध में उन्होंने मतदान से दूरी बना ली। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक निर्दोषों पर से मुकदमा वापस नहीं लिया जाएगा, तब तक वे वोट नहीं देंगे। सूचना पर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को मतदान के लिए मनाने का प्रयास किया।
अधिकारियों ने लोगों को विश्वास दिलाया कि उनकी शिकायतें उच्च अधिकारियों तक पहुंचाई जाएंगी और मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की जाएगी। फिर भी ग्रामीण अपने निर्णय पर कायम रहे, जिससे तीनों बूथों पर दिनभर सन्नाटा पसरा रहा।
मतदान के दौरान 13 लोग हिरासत में
शिवहर में मतदान के दौरान विधि व्यवस्था में खलल डालने के आरोप में अलग- अलग स्थानों से 13 लोगों को हिरासत में लिया गया है। एसडीपीओ सुशील कुमार ने इसकी पुष्टि की है। इसके अलावा तरियानी में शराब पीकर हंगामा करने के मामले में तरियानी प्रखंड प्रमुख प्रीति सिंह के पति राहुल कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया है।

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