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वर्ली सीट पर मिलिंद देवड़ा का आदित्य ठाकरे से मुकाबला, 34 साल से शिवसेना का कब्‍जा; इस बार कौन-सी शिवसेना को चुनेगी जनता?

Maharashtra Assembly Elections 2024 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में इस बार वर्ली सीट पर बेहद रोमांचक मुकाबला देखने को मिलेगा। शिवसेना का गढ़ माने जाने वाली इस सीट पर शिवसेना-शिंदे ने मिलिंद देवड़ा तो शिवसेना उद्धव ने आदित्य ठाकरे को चुनावी मैदान में उतारा है। 1990 से शिवसेना के कब्जे वाली इस सीट पर इस पर कौन-सी शिवसेना जीतेगी यह देखना होगा...

By Deepti Mishra Edited By: Deepti Mishra Updated: Tue, 29 Oct 2024 02:40 PM (IST)
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वर्ली विधानसभा सीट पर मिलिंद देवड़ा और आदित्य ठाकरे की टक्‍कर। फाइल फोटो
पीटीआई, मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कभी शिवसेना का गढ़ माने जाने वाली वर्ली सीट पर बड़ा ही रोचक मुकाबला देखने को मिल रहा है। इस विधानसभा सीट से महायुति की ओर से कांग्रेस छोड़ शिवसेना-शिंदे में शामिल हुए मिलिंद देवड़ा ने नामांकन किया है तो वहीं महाविकास अघाड़ी (MVA) से शिवसेना-उद्धव के नेता आदित्य ठाकरे मैदान में हैं। इस सीट से अभी आदित्य ठाकरे विधायक हैं। अब देखना ये है कि शिवसेना में बंटवारा होने के बाद वर्ली की जनता शिवसेना-शिंदे गुट या शिवसेना-उद्धव गुट में से किसे चुनेगी।

शिवसेना-शिंदे की ओर से वर्ली विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे मिलिंद देवड़ा ने नामांकन करने के बाद कहा कि यह व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है।

आगे कहा, ''मैं आदित्य ठाकरे को लंबे समय से जानता हूं। मुंबई और महाराष्ट्र के लोगों ने उनसे काफी उम्मीदें लगाई थीं, लेकिन अब जनता 'स्पीड ब्रेकर पॉलिटिक्स' से थक चुकी है। लोग चाहते हैं कि महाराष्ट्र प्रगति की ओर बढ़े।''

शिवसेना-शिंदे प्रत्याशी ने देवड़ा ने ठाकरे परिवार और महाविकास आघाड़ी पर निशाना साधा। साथ ही महायुति सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने सामाजिक कल्याण और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है।

साथ ही दावा किया कि इस बार जनता फिर से महायुति सरकार को चुनने का मन बना चुकी है। देवड़ा का कहना है कि उनकी प्राथमिकता हमेशा लोगों की सेवा रही है, चाहे वह संसद में हो या विधानसभा में।

1990 से है शिवसेना का कब्‍जा 

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में वर्ली सीट पर मुकाबला, इसलिए भी रोमांचक हो सकता है, क्‍योंकि इस सीट पर 1990 से शिवसेना का दबदबा है। 2019 के विधानसभा चुनाव मे आदित्य ठाकरे ने 65 प्रतिशत वोट शेयर के साथ जीत हासिल की थी। इस बार देवड़ा का कहना है कि वे लोगों की उम्मीदों को पूरा करने के इरादे से मैदान में उतरे हैं और उन्हें विश्वास है कि वे इस सीट पर लोगों का विश्वास जीतेंगे।

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बता दें कि मिलिंद देवड़ा के परिवार का दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट पर प्रभाव रहा है और वर्ली विधानसभा सीट इसी के अंतर्गत आती है। उनके पिता मुरली देवड़ा भी इस सीट से कई बार सांसद रह चुके हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि देवड़ा परिवार के प्रभाव के बावजूद शिवसेना का यह गढ़ उनके लिए कितना चुनौतीपूर्ण साबित होगा।

आदित्य ठाकरे भी इस मुकाबले को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नजर आ रहे हैं। नामांकन के दौरान उन्होंने एक विशाल रैली का आयोजन किया, जहां उन्होंने भाजपा और एकनाथ शिंदे पर निशाना साधा। आदित्य ठाकरे का कहना है कि लोग भाजपा के खोखली वादों को समझ चुके हैं और शिंदे सरकार का विरोध कर रहे हैं।

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