'देवरानी' को Kiss कर Shabana Azmi ने देशभर में मचाया था बवाल, इन फिल्मों से बनीं सिनेमा की 'गॉडमदर'
आर्ट और कमर्शियल फिल्मों में अपनी अदाकारी दिखा चुकीं शबाना आजमी (Shabana Azmi) ने अपने करियर में हर तरह की भूमिका निभाई है। आज भी उनकी गिनती सिनेमा जगत की बेहतरीन अदाकाराओं में आता है। राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) के साथ उनकी जोड़ी हिट थी और वुमन ओरिएंटेड फिल्मों में भी उनका कोई जवाब नहीं था। देखिए उनकी बेहतरीन फिल्मों की लिस्ट।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Shabana Azmi Birthday:18 सितंबर 1950 को हैदराबाद में जन्मीं शबाना आजमी सिर्फ 23 साल की उम्र में फिल्मों में आई थीं। दुबली-पतली, मासूमियत से भरा चेहरा और खूबसूरत आंखों वाली शबाना FTII से पढ़ाई की और श्याम बेनेगल की फिल्म अंकुर से फिल्मों में कदम रखा और रातोंरात स्टार बन गई। उन्हें इस फिल्म के लिए पहला नेशनल अवॉर्ड भी मिला।
अंकुर के बाद शबाना आजमी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह आर्ट फिल्मों का चेहरा बन गईं। आर्ट के बाद उन्होंने कमर्शियल फिल्मों में भी काम किया और नाम कमाया। उन्होंने 60 साल के करियर में 160 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। अपनी उम्दा अदाकारी के लिए शबाना ने 5 नेशनल अवॉर्ड अपने नाम किया है। वह पद्म श्री और पद्म भूषण से भी सम्मानित हो चुकी हैं।
शबाना आजमी की बेहतरीन फिल्मों की लिस्ट...
स्पर्श (Sparsh, 1980)
एक विधवा महिला और एक अंधे प्रिंसिपल की प्रेम कहानी पर आधारित फिल्म स्पर्श सिनेमा की बेहतरीन फिल्मों में गिनी जाती है। शबाना आजमी ने नसीरुद्दीन शाह के साथ लीड रोल निभाया था।
अर्थ (Arth, 1982)
शबाना आजमी की बेहतरीन फिल्म अर्थ भी है। इस फिल्म में उन्होंने एक ऐसी महिला का किरदार निभाया है, जो पति के एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के बाद अपनी एक नई पहचान बनाती है। महेश भट्ट निर्देशित फिल्म में स्मिता पाटिल और राज किरण भी अहम भूमिका में थे।
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फायर (Fire, 1996)
दीपा मेहता निर्मित और निर्देशित फायर 1996 की सबसे विवादित फिल्मों में से एक है। शबाना आजमी ने नंदिता दास के साथ लीड रोल निभाया। फिल्म की कहानी होमोसेक्सुअलिटी पर आधारित है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे जेठानी (शबाना) को अपनी देवरानी (नंदिता) के बीच नजदीकियां बढ़ जाती हैं।
फिल्म में दोनों का लिप-लॉक सीन भी दिखाया गया। इस वजह से यह फिल्म खूब विवादों में रही। देश भर में बवाल हुए और मामला कोर्ट तक पहुंचा। फिल्म की रिलीज पर रोक लगाई गई थी। बाद में 1999 में फिल्म को बिना किसी कट के दोबारा रिलीज किया गया था।
गॉडमदर (Godmother, 1999)
1999 में रिलीज हुई थ्रिलर ड्रामा गॉडमदर में शबाना आजमी ने एक माफिया का किरदार निभाया है। इस किरदार में उन्होंने अपनी उम्दा अदाकारी से जान भर दी थी। गॉडमदर उस साल की सबसे बेहतरीन फिल्म थी, जिसे एक नहीं बल्कि 6 नेशनल अवॉर्ड मिला था। शबाना ने भी बेस्ट एक्ट्रेस के लिए नेशनल अवॉर्ड जीता था।
मासूम (Masoom, 1983)
मासूम फिल्म में एक बार फिर शबाना आजमी ने नसीरुद्दीन शाह के साथ अपनी अदाकारी साबित की थी। वह एक मासूम बच्चे की सौतेली मां के रूप में खूब जची थी।
यह फिल्म एरिच सेगल की नोवल मैन, वुमन एंड चाइल्ड की हिंदी एडेप्टेशन थी। शेखर कपूर ने इस फिल्म से अपना डायरेक्टोरियल डेब्यू किया था।
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