खुशखबरी! फरीदाबाद में अब पानी की किल्लत हो जाएगी दूर, करोड़ों की ये परियोजना शुरू
Faridabad Drinking Water Shortage फरीदाबाद में पानी की कमी को दूर करने के लिए 2650 करोड़ रुपये की लागत से नया सिस्टम विकसित किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत यमुना नदी से शहरी क्षेत्र तक पानी पहुंचाने के लिए नई लाइन बिछाई जाएगी नए रेनीवेल स्थापित किए जाएंगे और बूस्टिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। इस प्रक्रिया से अगले 20 सालों तक शहर में पानी की किल्लत दूर हो जाएगी।
शहर में पानी की है कमी
बूस्टर तक पानी पहुंचाने का काम एफएमडीए का है। बूस्टर से शहर में पेयजल सप्लाई का जिम्मा नगर निगम का है। शहर में पेयजल आपूर्ति की मांग 450 एमएलडी और आपूर्ति 330 एमएलडी हो रही है। फिलहाल शहर में पेजयल किल्लत है। मांग व आपूर्ति में अधिक अंतर होने की वजह से शहर की काफी आबादी टैंकरों के पानी पर निर्भर है।नगर निगम (Faridabad Nagar Nigam) द्वारा टैंकर मुहैया नहीं कराए जाते। लोगों को अपने स्तर पर इंतजाम करना होता है। सबसे अधिक दिक्कत अरावली पहाड़ी के आसपास व एनआइटी क्षेत्र में है। पेयजल मुद्दे को लेकर जनप्रतिनिधि भी आमने-सामने हो जाते हैं। पेयजल सप्लाई को लेकर भेदभाव के आरोप लगते हैं।वर्तमान में एफएमडीए 22 रेनीवेल का संचालन कर रहा है, परियोजना के तहत 12 रेनीवेल लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। यमुना नदी किनारे 12 और रेनीवेल लगाए जाने हैं। इनमें से मोठूका में तीन रेनीवेल का काम शुरू हो गया है। अभी तक 60 प्रतिशत काम भी पूरा हो गया है।ददसिया में चार, लालपुर, महावतपुर, और अमीपुर में एक-एक रेनीवेल लगाए जाने हैं। लालपुर, ददसिया और महावतपुर में भी रेनीवेल लगाने का काम शुरू हो गया है। बाकी जगह किसानों से जमीन की खरीद प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
विशाल बंसल, मुख्य अभियंता, एफएमडीए
यह भी पढ़ें: Delhi-Mumbai Expressway: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे को लेकर सामने आई अच्छी खबर, अब जाम से मिलेगी राहतऔद्याेगिक नगरी के लोगों की जो भी जरूरतें हैं, उन सब को पूरा करने पर हमारी सरकार काम कर रही है। पेयजल की इस परियोजना पर काम पूरा होने के बाद शहर में पानी की कोई कमी नहीं रहेगी।
विपुल गोयल, शहरी निकाय मंत्री