अलग विधानसभा पर हरियाणा-पंजाब में गहराया विवाद, मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सीएम मान को दी नसीहत
हरियाणा और पंजाब के बीच चंडीगढ़ में अलग विधानसभा भवन के निर्माण को लेकर विवाद गहरा गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि वे राजधानी में हरियाणा विधानसभा नहीं बनने देंगे क्योंकि चंडीगढ़ पर पंजाब का हक है। इस पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पंजाब के मुख्यमंत्री को नसीहत देते हुए कहा कि चंडीगढ़ पर हरियाणा का भी बराबर का हक है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा की अलग विधानसभा को लेकर हरियाणा और पंजाब में विवाद गहरा गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि वे राजधानी में हरियाणा विधानसभा नहीं बनने देंगे क्योंकि चंडीगढ़ पर पंजाब का हक है। इस पर भड़के हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंजाब के मुख्यमंत्री को नसीहत देते हुए कहा कि चंडीगढ़ पर हरियाणा का भी बराबर का हक है। भगवंत मान ऐसी बयानबाजी करके भाईचारा खराब न करें।
नायब सैनी ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि पंजाब सरकार को किसानों के कल्याण के लिए काम करना चाहिए, न कि इस प्रकार की बयानबाजी करके लोगों को मुद्दे से भटकाना चाहिए। पंजाब के नेताओं को विधानसभा के विषय पर घटिया राजनीति नहीं करनी चाहिए।हरियाणा पंजाब का छोटा भाई है। इसलिए ऐसी बयानबाजी करके द्वेष खड़ा करने या भाईचारा खराब करने का काम न करें। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार किसानों की फसल नहीं खरीद रही, न ही किसानों को एमएसपी दिया जा रहा है। पंजाब सरकार अपने राज्य में किसानों की स्थिति बेहतर करने पर ध्यान दें। चंडीगढ़ में विधानसभा नहीं बनने देंगे, ऐसे बयान देकर वे लोगों का ध्यान भटकाना चाहते हैं।
नायब सिंह सैनी ने कहा कि भगवंत मान पंजाब की स्थिति ठीक करें, हरियाणा की चिंता न करें। पंजाब के नेताओं ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के कारण पहले हरियाणा का एसवाईएल का पानी रोक दिया और अब विधानसभा बनने से रोकने की बात कर रहे हैं। पंजाब के लोग तो हरियाणा से प्यार करते हैं। पंजाब के किसान चाहते हैं कि हरियाणा को एसवाईएल का पानी मिले, लेकिन पंजाब के नेता घटिया राजनीति करने का काम करते हैं।
कांग्रेस और आप एक ही थैली के चट्टे-बट्टे
नायब सिंह सैनी ने कहा कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं। दोनों ने ही पंजाब के लोगों के हित के लिए कार्य नहीं किया। लोग सब कुछ जानते हैं। जनता पंजाब की सरकार को सबक सिखाने का काम करेगी। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने बातें बहुत ज्यादा की, लेकिन धरातल पर काम नहीं किया।इसलिए किसान कांग्रेस से रुष्ट हुए क्योंकि किसान अंतर देखते हैं। कांग्रेस के पास नीति और नीयत नहीं थी, जबकि हमारे पास नीति भी है, नीयत भी है और हम लगातार किसानों को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। पंजाब में तो किसानों को फसल बेचने के लिए सड़कों पर जाम लगाने पड़े। तब भी उनकी फसल नहीं बिकी और न ही उन्हें एमएसपी मिली।
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