हरियाणा वालों के लिए खुशखबरी! NPY के तहत अब केंद्र सरकार देगी 1000 रुपये
हरियाणा दिवस पर केंद्र सरकार ने टीबी उन्मूलन के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। नि-क्षय पोषण योजना (Nikshay Poshan Yojana) के तहत अब क्षय रोगियों को उपचार के लिए प्रेरित करने के लिए 500 रुपये की बजाए 1000 रुपये सहयोग राशि दी जाएगी। यह राशि सीधे मरीजों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी। इस योजना को 1 नवंबर को पूरे देश में लागू किया जाएगा।
विनीश गौड़, कुरुक्षेत्र। हरियाणा दिवस पर केंद्र सरकार पूरे देश को तोहफा देने की तैयारी में है। देश भर से वर्ष 2025 तक टीबी का समूल नाश करने के लिए केंद्र सरकार ने नि-क्षय पोषण योजना में संशोधन किया है।
क्षय रोगियों को उपचार के लिए प्रेरित करने को अब 500 रुपये की बजाए एक हजार रुपये सहयोग राशि दी जाएगी। इतना ही नहीं छह माह से अधिक उपचार चलने की स्थिति में एक हजार रुपये अतिरिक्त जोड़े जाएंगे।
1 नवंबर को हरियाणा दिवस पर किया जाएगा लागू
यह राशि मरीजों के खाते में सीधी ट्रांसफर की जाएगी। इस योजना को एक नवंबर यानी हरियाणा दिवस पर पूरे देश में लागू किया जाएगा। फिर चाहे क्षय रोगी सरकारी या निजी अस्पताल से इलाज करवा रहा हो, उसे यह सहयोग राशि दी जाएगी।
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भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर अपर सचिव एवं मिशन निदेशक आराधना पटनायक ने यह पत्र जारी किया है। इतना ही नहीं 18.5 किलोग्राम-मीटर से कम बाडी मास इंडक्स वाले क्षय रोगियों को उपचार के पहले दो माह ऊर्जा सघन पोषण अनुपूरण योजना के तहत किट भी दी जाएगी, जिसमें प्रोटीन और दूसरा सामान होगा।
दो किश्तों में दी जाएगी सहयोग राशि
इसके अलावा प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की नि-क्षय मित्र पहल के तहत क्षय रोगियों के स्वजनों में इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए भी कवरेज किया जाएगा। दो किश्तों में दी जाएगी सहयोग राशि क्षय रोगियों को पौष्टिक आहार के सेवन और अपना पूरा इलाज करवाने के लिए सहयोग राशि भी बढ़ाई गई है।
सहयोग राशि तीन-तीन हजार करके दो किश्तों में दी जाएगी। पहली किश्त मरीज को क्षय रोग निदान होने पर दी जाएगी और दूसरी इलाज शुरू होने के 84 दिन के बाद दी जाएगी। दिमाग और हड्डी के क्षय रोग में डेढ़ से दो साल तक मरीज को दवा खानी पड़ती है। ऐसे में नौ माह या इससे ज्यादा समय तक दवा खाने की स्थिति में एक हजार रुपये अतिरिक्त दिए जाएंगे।
आर्थिक रूप से कमजोर मरीज ले सकेंगे पौष्टिक आहार
राज्य सरकारों से इसको लेकर अतिरिक्त प्रस्ताव बनाकर भेजने के लिए भी कहा गया है। क्षय रोगी पूरा उपचार लेने के लिए होंगे प्रेरित टीबी उन्मूलन कार्यक्रम से जुड़े एलएनजेपी अस्पताल के हृदय एवं छाती रोग विशेषज्ञ डा. शैलेंद्र ममगाईं ने बताया कि इससे क्षय रोगी पूरा उपचार लेने के लिए प्रेरित होंगे। साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर मरीज पौष्टिक आहार ले सकेंगे।
डॉ. संदीप अग्रवाल ने बताया कि सहयोग राशि 500 से बढ़ाकर एक हजार की गई है। ऐसा पत्र मिला है। यह योजना एक नवंबर से लागू की जाएगी।
डॉ. संदीप, क्षय रोग, जिला नोडल अधिकारी
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