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हरियाणा में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के सिर मढ़ा हार का दोष, कहा- इंडी गठबंधन के साथ मिलकर लड़ते तो हार जाती BJP

Haryana Election Result आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि अगर कांग्रेस इंडिया गठबंधन के तहत चुनाव लड़ती तो भाजपा को हराया जा सकता था। आम आदमी पार्टी ने आने वाले सभी चुनाव हरियाणा में लड़ने का फैसला किया है।

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Tue, 15 Oct 2024 11:07 PM (IST)
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हरियाणा आम आदमी पार्टी अध्यक्ष सुशील गुप्ता (जागरण फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के विधानसभा चुनाव में मात्र 1.79 प्रतिशत वोट हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने अपनी हार का ठीकरा कांग्रेस के सिर फोड़ा है। सुशील गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस यदि इंडिया गठबंधन के तहत चुनाव लड़ती तो हम मिलकर भाजपा को हरा देते।

लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन ही भाजपा को बैसाखियों पर लेकर आया था। ऐसे में यह सोचने वाली बात है कि हरियाणा में कांग्रेस ने यह गठबंधन क्यों नहीं किया।

'कांग्रेस के अंहकार ने बीजेपी की बनवाई सरकार'

सुशील गुप्ता ने स्वयं ही जवाब दिया कि कांग्रेस के अहंकार ने हरियाणा में भाजपा की सरकार बनाई है। आम आदमी पार्टी पिछले तीन दिनों से विधानसभा चुनाव में हार की समीक्षा कर रही है। मंगलवार को अंबाला व कुरुक्षेत्र संसदीय क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाली डेढ़ दर्जन विधानसभा सीटों पर हुई हार की समीक्षा चंडीगढ़ में की गई।

गुप्ता ने कहा कि इस चुनाव से एक बात तय हो गई कि क्षेत्रीय पार्टियां खत्म हो चुकी हैं। यदि इनेलो और बसपा का गठबंधन नहीं होता तो यह पार्टियां बहुत पीछे होतीं। कांग्रेस का अहंकार उसको ले बैठा है।

संगठन को अधिक मजबूत करेंगे: सुशील गुप्ता

आम आदमी पार्टी ने तय किया है कि आने वाले ब्लॉक समिति, जिला परिषद, नगर परिषद, नगर पालिका और नगर निगमों समेत सभी चुनाव हरियाणा में लड़े जाएंगे।

इस दौरान आम आदमी पार्टी अपने संगठन को अधिक मजबूत करेगी। सुशील गुप्ता ने कहा कि भाजपा के साथ साढ़े चार साल तक सत्ता में रही जननायक जनता पार्टी से अधिक वोट आम आदमी पार्टी ने हासिल किए हैं।

इनलो और बसपा का गठबंधन होने के बाद भी 30 से ज्यादा सीटों पर आप उम्मीदवारों ने इन दोनों दलों से अधिक वोट प्राप्त किए हैं। हरियाणा में अरविंद केजरीवाल को तीसरे विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव जाति और धर्म के नाम पर बांटा गया। यही कारण था कि आम आदमी पार्टी का वोट प्रतिशत कम रहा।

परंतु ऐसी कई सीटें हैं जहां कांग्रेस उससे कम मार्जिन से हारी, जितनी वोट आम आदमी पार्टी को मिली है। यदि यह वोट कांग्रेस के उम्मीदवारों को जाती तो वह चुनाव जीत सकती थी। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस को आत्ममंथन करने की जरूरत है। अति उत्साह नुकसान करता है। वह नुकसान हरियाणा में कांग्रेस को हुआ है।

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