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हरियाणा की हार नहीं पचा पा रही कांग्रेस, पार्टी में छिड़ा घमासान; उदयभान ने दीपक बाबरिया पर फोड़ा ठीकरा

हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया (Deepak Babaria) पर प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने संगठन नहीं बन पाने का आरोप लगाया है। उदयभान का कहना है कि उन्होंने कई बार पार्टी पदाधिकारियों की सूचियां बाबरिया को सौंपीं लेकिन उन्होंने उन्हें दबाकर रखा। इसके चलते कांग्रेस को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। उदयभान ने ईवीएम हैकिंग के आरोप भी लगाए हैं।

By Anurag Aggarwa Edited By: Nitish Kumar Kushwaha Updated: Thu, 07 Nov 2024 05:30 PM (IST)
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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने प्रभारी दीपक बाबरिया पर बोला हमला।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया को किनारे लगाने की अटकलों के बीच प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने भी उन पर खुला हमला बोला है। उदयभान ने राज्य में कांग्रेस का संगठन नहीं बन पाने के लिए पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया को जिम्मेदार ठहराया है।

उदयभान ने कहा कि हमने कई बार पार्टी पदाधिकारियों की सूचियां प्रभारी को सौंपी, लेकिन वह इन्हें कांग्रेस हाईकमान के पास भेजने की बजाय स्वयं दबाए बैठे रहे। इन सूचियों को प्रभारी ने कभी आगे नहीं भेजा। इसलिए राज्य में कांग्रेस की हार का एक बड़ा कारण ईवीएम की हैकिंग तो है ही, राज्य में संगठन का नहीं बन पाना भी एक वजह है।

उदयभान ने दीपक बाबरिया पर बोला हमला

चंडीगढ़ में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए पार्टी अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने माना कि कुछ स्थानों पर टिकटों के आवंटन में गड़बड़ी हुई है, लेकिन उनका पूरा फोकस पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया को घेरने पर रहा। हाल ही में कांग्रेस हाईकमान ने पार्टी सचिव जितेंद्र बघेल को हरियाणा कांग्रेस का सह प्रभारी नियुक्त किया है।

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जितेंद्र बघेल हरियाणा कांग्रेस कमेटी द्वारा गठित आठ सदस्यीय उस कमेटी की बैठक में भी शामिल हुए, जिसे सभी पराजित उम्मीदवारों से चर्चा कर हार के कारणों पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल इस कमेटी के प्रधान हैं।

'कांग्रेस का संगठन नहीं बनवा पाए बाबरिया'

कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया चुनाव के बाद से सक्रिय नहीं हैं। उनकी तबीयत भी ठीक नहीं रहती। जितेंद्र बघेल की नियुक्ति के बाद से लग रहा है कि बाबरिया को इस दायित्व से मुक्त किया जाएगा। उदयभान के अनुसार कांग्रेस प्रभारी की यह जिम्मेदारी थी कि उन्हें हरियाणा कांग्रेस कमेटी की ओर से पार्टी पदाधिकारियों की जो सूची सौंपी गई थी, उसे कांग्रेस हाईकमान से अप्रूव कराते।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के सामने सात अगस्त 2023 को हुई मीटिंग में बाबरिया ने वादा किया कि 10 सितंबर 2023 तक संगठन बना दिया जाएगा, लेकिन फिर भी वह संगठन तैयार नहीं करवा सके।

'चुनावी नतीजों को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी कांग्रेस'

कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी प्रदेश अध्यक्ष द्वारा लिए जाने से जुड़े सवाल पर उदयभान ने कहा कि यह मेरे और पार्टी हाईकमान के बीच का मामला है। उन्होंने चुनाव आयोग की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए स्पष्ट तौर पर आरोप लगाया कि हरियाणा के चुनावों में ईवीएम हैक की गईं थी।

ईवीएम में सेटिंग की वजह से ही कांग्रेस चुनाव हारी और भाजपा की जीत हुई। कांग्रेस सभी तथ्य जुटा रही है और इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में इन चुनाव नतीजों को चुनौती दी जाएगी।

भाजपा पर लगाए ईवीएम हैक करने के आरोप

कांग्रेस विधायक दल के नेता के चेयन में देरी से जुड़े सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि केंद्रीय पर्यवेक्षकों द्वारा पार्टी विधायकों के साथ वन-टू-वन बातचीत कर फीडबैक लिया जा चुका है। पर्यवेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को भेज दी है। 13 नवंबर से शुरू होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले विधायक दल के नेता का फैसला हो जाएगा।

विधानसभा सत्र से पहले कांग्रेस पूरी मजबूती के साथ सरकार के सामने खड़ी दिखाई देगी। प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी से इनकार करते हुए उदयभान ने कहा कि हमने पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ा। माहौल भी कांग्रेस के पक्ष में था। लेकिन भाजपा ने कांग्रेस को हराने के लिए भ्रष्ट तरीके अपनाए। ईवीएम मशीनों को हैक किया गया। उन्होंने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि भाजपा ने सेटिंग करके कांग्रेस से सरकार छीनी है।

हम हार को पचा नहीं पा रहे

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने स्वीकार किया कि विधानसभा चुनाव के नतीजे हमारे लिए अप्रत्याशित हैं। हम इस हार को पचा नहीं पा रहे हैं। चुनावी नतीजों को लेकर उदयभान ने कहा कि दोनों पार्टियों भाजपा व कांग्रेस का वोट प्रतिशत लगभग बराबर रहा है। कांग्रेस ने पिछले चुनावों के मुकाबले 11 प्रतिशत अधिक वोट हासिल किए हैं।

लेकिन फिर भी भाजपा 11 अधिक सीटें जीत गईं। एक-दो सीटों पर बागियों की वजह से असर पड़ सकता है लेकिन पूरे हरियाणा में नहीं। उन्होंने माना कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तहत एससी आरक्षण में वर्गीकरण करने की वजह से कांग्रेस को नुकसान हुआ।

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