Haryana Election 2024: दिनभर मतदाताओं में रहा उत्साह, जानिए रेवाड़ी जिले की सीटों पर कितने पड़े वोट
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए रेवाड़ी बावल और कोसली विधानसभा सीटों पर शनिवार को मतदान हुआ। जिले में सुबह से शाम तक हर वर्ग के मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर मतदान किया। शाम 6 बजे तक रेवाड़ी में 67.50% कोसली में 66.90% और बावल में 65.60% मतदान हुआ। हालांकि कुछ मतदान केंद्रों पर वोटिंग स्लिप नहीं मिलने से मतदाताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा।
गोबिंद सिंह, रेवाड़ी। विधानसभा चुनाव को लेकर जिले में शनिवार को हुए मतदान में सुबह से लेकर शाम तक हर वर्ग का उत्साह देखने को मिला। चाहे बुजुर्ग हों, युवा हों या फिर महिला या पुरुष मतदाता हों सभी ने बढ़ चढ़कर मतदान किया।
जिले की रेवाड़ी, बावल व कोसली विधानसभा सीट पर ओवरऑल 66 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। हालांकि देर शाम तक वोटिंग प्रतिशत के डाटा अपडेट होते रहे। मतदान प्रतिशत के सही आकड़े रविवार को ही मिल पाएंगे।
वर्ष 2019 में जिले का कुल मतदान 65.92 प्रतिशत था। इनमें रेवाड़ी में 66.95 प्रतिशत, बावल में 68.60 व कोसली में 62.72 प्रतिशत रहा था।
शाम 6:00 बजे तक
रेवाड़ी- 67.50 प्रतिशत
कोसली- 66.90 प्रतिशत
बावल- 65.60 प्रतिशत
कई बूथों पर नहीं मिली वोटिंग स्लिप
जिले के अनेक मतदान केंद्रों पर सुबह वोट डालने के लिए पहुंचें मतदाताओं को वोटिंग स्लिप नहीं मिली, जिससे लोगों को काफी परेशान होना पड़ा। कई बूथों पर मतदाताओं को वापस भी लौटना पड़ा। हालांकि बाद में वोटिंग स्लिप उनके घर पहुंचाई गई। उसके बाद मतदान किया गया। कई मतदाताओं ने चुनाव अधिकारियों को भी शिकायत की गई।
जिले में पांच स्थानों पर हुई ईवीएम खराब
चुनाव के दौरान शहर के सेक्टर चार के बूथ न 188 ,बावल के बूथ नंबर 183, भाकली दो के बूथ नंबर 18,धारूहेड़ा के बूथ नं 238 और गांव रसगन मेंं वोटिंग मशीनों में करीब एक घंटा तक खराब रही। इस दाैरान मतदान बाधित रहा। मशीनों को बदलने के बाद दोबारा मतदान शुरू हुआ।
दो स्थानों पर बनाए स्ट्रांग रूम, तीन बार दौरा करेंगे रिटर्निंग अधिकारी
जिले में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और वोटर वेरिफाइड पेपर आडिट ट्रेल (वीवीपेट) मशीनों की सुरक्षा के लिए दो स्ट्रांग रूम बनाए गए हैं। इनमें राजकीय कन्या कालेज व जैन स्कूल शामिल हैं। यहां सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। इसके अलावा रिटर्निंग अधिकारी तीन में तीन बार यहां का दौरा करेंगे। मशीनों की सुरक्षा के लिए तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है।