रोहतक में नवीन जयहिंद के तंबू पर चला बुलडोजर, 500 जवानों की मौजूदगी में हुई कार्रवाई; 2 साल से चल रहा था विवाद
पिछले दो सालों से चल रहे विवाद के बाद रोहतक के सेक्टर-6 में जयहिंद सेना के सुप्रीमो नवीन जयहिंद के तंबू सहित अन्य अतिक्रमणों को हटाने के लिए सुबह 5 बजे 500 पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में कार्रवाई की गई। एचएसवीपी का दावा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है। जयहिंद का कहना है कि उनके तंबू से कोई अतिक्रमण नहीं था।
अवैध कब्जे के कारण नहीं दिए जा रहे थे प्लॉट
कोर्ट से एक पिछले वर्ष तो दूसरा मामला इसी वर्ष फरवरी में डिसमिस हो गया। संबंधित जमीन पर प्लॉट काटे जा चुके हैं और प्लॉट मालिकों को कब्जे देने थे। यहां अवैध कब्जे होने के कारण प्लॉट मालिकों को कब्जे नहीं दिए जा सके, इस कारण एचएसवीपी को करोड़ों की ब्याज और किस्त का नुकसान हुआ है।संबंधित प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट तक मामला गया था। दो अलग-अलग मामले थे और दोनों ही मामले डिसमिस हो गए, जिनका कब्जा था वह केस हार गए। इसलिए कोर्ट के आदेश पर हमें प्लॉट मालिकों को प्लॉट देने थे। इसलिए यह कार्रवाई की गई है।
- मुकुंद तंवर, संपदा अधिकारी, एचएसवीपी
जयहिंद थे बाहर, दोपहर को पहुंचे
प्रदेश सरकार मुझसे घबराई हुई है, मैं आमजन की आवाज उठाता हूं। मैं तो सरकार से यही मांग करूंगा कि आमजन की शिकायतों का गंभीरता से समाधान कराएं, जिससे लोग मेरे पास न आएं। मेरा तंबू बेशक उखाड़ दिया हो, लेकिन मैं आमजन की आवाज उठाता रहूंगा। जयहिंद का न कोई कब्जा था, केवल तंबू था। तंबू को यदि कब्जा माना जा रहा है तो प्रदेश और रोहतक में नेताओं के इशारे पर कितने कब्जे और अवैध निर्माण हैं वह भी हटने चाहिए।
-नवीन जयहिंद, सुप्रीमो, जयहिंद सेना