'जाको राखे साइयां...', 9 इंच का चाकू पहुंचा दिल के करीब, फेफड़े को भी दिया चीर; फिर डॉक्टरों ने ऐसे बचाई शख्स की जान
पीजीआई के हृदय शल्य चिकित्सा विभाग में डॉक्टरों ने एक ऐसे मरीज की जान बचाई है जिसके सीने में 9 इंच का चाकू घुस गया था। चाकू दिल और फेफड़ों को चीरते हुए दाएं एट्रियम तक पहुंच गया था। डॉक्टरों ने करीब 3-4 घंटे तक चले जटिल ऑपरेशन के बाद मरीज की जान बचाई है। यह ऑपरेशन वाकई बड़ी सफलता है।
जागरण संवाददाता, रोहतक। जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय। यह कहावत पीजीआइ के हृदय शल्य चिकित्सा विभाग में चरितार्थ होती दिखाई दी। जहां कार्डियक सर्जरी व बेहोशी विभाग के चिकित्सकों ने मौत के मुंह में जा चुके मरीज को नया जीवन देने का कार्य किया है।
मरीज के स्वजन ने हृदय शल्य चिकित्सा विभाग के डॉ. एसएस लोहचब व डॉ. संदीप की टीम का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने मौत के मुंह में जा चुके एक मरीज की जान बचाकर बहुत ही नेक कार्य किया है।
26 साल का था युवक
हुआ यूं कि सोनीपत जिले के एक गांव में रहने वाले 26 वर्षीय युवक को 16 अक्टूबर की रात साढ़े 11 बजे किसी ने हृदय में चाकू मार दिया। चाकू छाती में फंस गया और उसका हैंडल टूटकर अलग हो गया। मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए उसे अल सुबह करीब दो बजे पीजीआइएमएस के ट्रामा सेंटर लाया गया।मरीज की छाती में फंसे चाकू के ब्लेड की लंबाई करीब नौ इंच और चौड़ाई तीन इंच थी। चिकित्सकों ने मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए तुरंत कार्डियक सर्जरी विभाग में सूचना दी।
यह भी पढ़ें- Special Trains: दीवाली पर घर जाने की नो टेंशन, रेलवे इन रूटों पर चलाएगा स्पेशल ट्रेनें; गारंटी से मिलेगा कन्फर्म टिकट
डॉ. संदीप सिंह ने बताया कि मरीज की गंभीर हालत के बारे में पता चलते ही डॉ. पनमेश्वर राथिया और डॉ. सौरंकी प्रधान को ट्रामा सेंटर में जांच के लिए भेजा गया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।