Kullu Dussehra: न रामलीला...न रावण दहन, देवलोक से पहुंचते हैं 300 से अधिक देवी-देवता, जानिए क्या है मान्यता और इतिहास
कुल्लू दशहरा एक अनोखा उत्सव है जो हिमाचल प्रदेश के कुल्लू घाटी में मनाया जाता है। यह उत्सव सात दिनों तक चलता है और भगवान रघुनाथ की भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है। इस उत्सव में 300 से अधिक देवी-देवता भाग लेते हैं और अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं। कुल्लू दशहरा का इतिहास साढ़े तीन सौ वर्ष से अधिक पुराना है और इसका एक अनोखा महत्व है।