Mandi: क्रिप्टो करेंसी के आरोपितों की संपत्ति की जांच शुरू, SIT ने राजस्व और आयकर विभाग से मांगी जानकारी
क्रिप्टो करेंसी (Crypto Currency) के नाम पर करोड़ों रुपये के घोटाला का मामले में अब एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है। इस मामले में सुभाष हेमराज और सुखदेव की संपत्ति की जांच की जाएगी। जिसके लिए एसआईटी (SIT) ने राजस्व और आयकर विभाग से जानकारी मांगी है। हालांकि पुलिस हर पहलू से इस मामले की जांच कर रही है।
By Mukesh KumarEdited By: Deepak SaxenaUpdated: Sun, 08 Oct 2023 08:27 PM (IST)
जागरण संवाददाता, मंडी। क्रिप्टो करेंसी में करोड़ों रुपये का घोटाला करने वाले आरोपितों सुभाष, हेमराज और सुखदेव की संपत्ति की जांच अब एसआईटी ने शुरु कर दी है। टीम ने राजस्व और इनकम टैक्स विभाग से इनकी पूरी जानकारी मांगी है। इस जानकारी के आने के बाद इन पर शिकंजा और कसेगा।
क्रिप्टो क्वाइन में पैसे लगवाने के बाद शुरू हुई ठगी
हालांकि, सुभाष दुबई भाग चुका है लेकिन जीरकपुर में उसकी पत्नी और घर है। क्रिप्टो क्वाइन में लोगों के पैसे लगवाने के बाद और उनको ठगने का खेल मई 2022 से शुरू हुआ। मई 2022 के बाद से इसमें निवेश करने वाले लोगों को पैसे आना और सॉफ्टवेयर में क्वाइन अपडेट होना बंद हो गया। इसके बाद आरोपितों ने कुछ समय के लिए लोगों से संपर्क भी नहीं किया लेकिन जब दबाव बना तो उन्होंने झांसा दिया कि मार्च 2023 तक सभी के पैसे आएंगे और एक हफ्ते में 400 डॉलर यानी 30,000 रुपये की इनकम होगी।
इसके लिए उन्होंने सॉफ्टवेयर भी नया तैयार करवाया था। लोग फिर इनके झांस में आ गए और उन्होंने इसमें नई आईडी लगाकर निवेश किया, लेकिन निवेश होने के बावजूद लोगों को पैसे नहीं मिले और इन्होंने फोन उठाने बंद कर दिए।
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हर पहलू को खंगाल रही पुलिस
आरोपितों ने क्रिप्टो में जो निवेश किया था, उसके क्वाइन के दाम कम हो गए और उनको नुकसान भी हुआ और लोगों से निवेश कराई रकम को लेकर गायब हो गए। अब पुलिस की कार्रवाई तेज होने पर इन्होंने कहां-कहां संपत्तियां खरीदी हैं और कितनी आय का रिकॉर्ड दिया है, यह सब परतें खुलेंगी। उधर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम मंडी मनमोहन सिंह ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और हर पहलू को खंगाला जा रहा है।
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