खतरनाक 'चीनी लहसुन' ने बढ़ाई चिंता, हिमाचल के किसानों के लिए क्यों बना गले की फांस?
चीनी लहसुन ने हिमाचल प्रदेश के किसानों के बजट पर कहर बरपाया है। चीन से आने वाला सस्ता लहसुन स्थानीय लहसुन के दामों को गिरा रहा है जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। हिमाचल प्रदेश में लहसुन 200 से 300 रुपये प्रति किलो बिक रहा था जबकि चीन से आने वाला लहसुन 30 से 40 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।
जागरण संवाददाता, सोलन। लहसुन के दाम इन दिन आसमान छू रहे हैं। लेकिन इसी बीच चीनी लहसुन धड़ल्ले से बिक रहा है। हालांकि, सरकार ने इस पर प्रतिबंध भी लगा रखा है क्योंकि ये सेहत के लिए काफी खतरनाक है।
अब इसकी वजह से हिमाचल प्रदेश के किसानों को भी काफी समस्या हो रही है। दरअसल, सब्जी मंडियों में पहुंच रहे किसानों के लहसुन के दामों को चीन से आने वाले लहसुन ने पछाड़ दिया है।
हिमाचल प्रदेश का लहसुन यहां हिमाचल में करीब 200 से 300 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बेचा जा रहा था, लेकिन चीन से आए हुए लहसुन ने हिमाचल प्रदेश के किसानों का लहसुन का सारा बजट बिगाड़ दिया है। हिमाचल में पैदा हुए लहसुन का चीन के लहसुन ने दाम के मामले में पूरी तरह से पीछे छोड़ दिया है।
अब बाजार में चीन से आने वाले लहसुन का धीरे-धीरे पूरी तरह से कब्जा होता दिखाई दे रहा है। जहां हिमाचल प्रदेश का लहसुन 200 से 300 रुपए प्रति किलो बेचा जा रहा था, वहां पर अब चीन से आने वाला लहसुन 30 से 40 रुपए प्रति किलो बाजार में बेचा जा रहा है।
बसाल के निकटवर्ती गांव धरोट गांव के किसान हेमंत शर्मा ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में तीन से चार ट्रक भर कर चीन से लहसुन सोलन सब्जी मंडी में पहुंचाया गया है। इसके बाद स्थानीय स्तर पर लहसुन के उत्पादकों को नुकसान का सामना करना पड़ा है। चीन से आने वाले लहसुन ने हिमाचल प्रदेश के किसानों का बजट बिगाड़ दिया है।
एपीएमसी के सचिव डॉ रविंदर शर्मा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में ₹300 प्रति किलो तक लहसुन का दाम किसानों को मिला है। हालांकि चीन से आने वाले लहसुन के बारे में अभी तक किसी तरह की जानकारी उन्हें नहीं मिली है। सचिव रविंद्र शर्मा ने बताया कि चीन से आने वाले लहसुन के मामले को लेकर कई अदालत में मामला बेचारा दिन भी है। इस मामले को लेकर वह कल वीरवार को जानकारी हासिल करेंगे।