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'क्या आप आतंकवाद के पक्ष में हैं', विशेष दर्जे की बहाली के प्रस्ताव पर बौखलाई बीजेपी, कांग्रेस को लिया आड़े हाथ

जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विशेष दर्जे की बहाली की मांग को लेकर प्रस्ताव पारित होने पर भाजपा ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है। भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने पूछा कि क्या कांग्रेस आतंकवाद के पक्ष में है और जम्मू-कश्मीर के विकास के खिलाफ है। उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि वे जो चाहते हैं वह जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए नहीं बल्कि खुद के लिए है।

By Agency Edited By: Prince Sharma Updated: Thu, 07 Nov 2024 03:20 PM (IST)
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बीजेपी नेता स्मृति ईरानी, उमर अब्दुल्ला और कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा
पीटीआई, श्रीनगर। भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विशेष दर्जे की बहाली की मांग को लेकर प्रस्ताव पारित होने को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला और पार्टी नेतृत्व से पूछा कि क्या वह आतंकवाद के पक्ष में है।

बीजेपी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पार्टी की वरिष्ठ नेता स्मृति ईरानी ने यह भी पूछा कि क्या कांग्रेस के नेतृत्व वाला इंडी गठबंधन जम्मू-कश्मीर के आर्थिक और संवैधानिक हितों के साथ-साथ अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद आदिवासियों, वंचितों, ओबीसी, महिलाओं और बच्चों को मिले अधिकारों के खिलाफ खड़ा है।

बीजेपी उमर अब्दुल्ला सरकार के खिलाफ

उन्होंने कहा कि वे जो चाहते हैं वह जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए नहीं, बल्कि खुद के लिए विशेष दर्जा है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा द्वारा बुधवार को प्रस्ताव पारित किए जाने के बाद बीजेपी उमर अब्दुल्ला सरकार के खिलाफ खड़ी है, जिसमें केंद्र से तत्कालीन राज्य के विशेष दर्जे की बहाली के लिए निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करने के लिए कहा गया है।

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कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने के बावजूद जम्मू-कश्मीर सरकार का हिस्सा नहीं है। भाजपा सदस्यों ने गुरुवार को प्रस्ताव के खिलाफ जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विरोध प्रदर्शन जारी रखा और स्पीकर अब्दुल रहीम राथर के निर्देश पर पार्टी के तीन विधायकों को बाहर निकाल दिया गया।

प्रस्ताव लाने के प्रयास पर आक्रोशित हूं: स्मृति ईरानी

घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए ईरानी ने कहा कि आज, मैं एक भारतीय नागरिक के रूप में कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडी गठबंधन द्वारा सदन में एक प्रस्ताव लाने के प्रयास पर आक्रोशित हूं। यह भारतीय संविधान और भारत के सर्वोच्च न्यायालय की राय के खिलाफ है।

उन्होंने कहा कि आज भारत के लोग और भाजपा के कार्यकर्ता मेरे आक्रोश में शामिल हैं। ईरानी ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडी गठबंधन द्वारा पारित प्रस्ताव कई सवालों को सामने लाता है।

'क्या वे आतंकवाद के समर्थन में है'

स्मृति ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व, खासकर गांधी परिवार को जवाब देने की जरूरत है, क्या वे आतंकवाद के पक्ष में हैं और जम्मू-कश्मीर के विकास के खिलाफ हैं। क्या वे संविधान के पक्ष में खड़े होने और उसका पालन करने के बजाय भारत को तोड़ने के पक्ष में हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस वाले नेतृत्व को खासतौर से झारखंड और महाराष्ट्र राज्यों में, इस सवाल का जवाब देना होगा कि क्या वे उन नागरिकों की वीरता के खिलाफ खड़े हैं जिन्होंने हमारी बेहतर सुरक्षा के लिए भारतीय सशस्त्र बलों में वर्दी पहनी है।

बीजेपी विधायक ने भी की आलोचना

वहीं, जम्मू-कश्मीर में विपक्षी बीजेपी ने भी प्रस्ताव की कड़ी आलोचना की। बीजेपी नेता ने कहा कि 'दुर्भाग्यपूर्ण' है कि सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस ने विधानसभा की 'अखंडता से समझौता' किया है और देश की संसद के फैसले पर सवाल उठाने वाला प्रस्ताव लाकर लोकतंत्र का 'मजाक' बनाया है।

रामनगर से बीजेपी विधायक आरएस पठानिया ने विशेष दर्जे के प्रस्ताव पर हंगामे के बाद विधानसभा को दिन भर के लिए स्थगित करने के बाद प्रेसकर्मियों से कहा कि यह एक धोखा है, एक नाटक है, जो जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ करने की कोशिश की गई है।'

'अनुच्छेद-370 अब इतिहास बन चुका है'

उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 अब इतिहास बन चुका है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि विशेष दर्जे जैसी कोई चीज नहीं है। विधायक ने कहा कि बुधवार को विधानसभा द्वारा ध्वनिमत से पारित किया गया प्रस्ताव कागज का एक टुकड़ा, एक रद्दी का टुकड़ा था और अगर किसी चपरासी या क्लर्क को भी यह मिलता है तो वह इसे कूड़ेदान में फेंक देगा। उन्होंने (एनसी) सदन की अखंडता से समझौता किया है।

उन्होंने कहा कि संसदीय लोकतंत्र का मज़ाक बना दिया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है और जम्मू-कश्मीर के लोगों को इस पर ध्यान देने की जरूरत है।

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