झारखंड में पारा शिक्षकों की पहली आकलन परीक्षा जुलाई में होने की संभावना... मानदेय बढ़ाने की तैयारी...
Jharkhand Education News झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) आयोजित करेगा आकलन परीक्षा। सभी पारा शिक्षकों को इसमें भाग लेना अनिवार्य कर दिया गया है। आकलन परीक्षा में पास होने के बाद ही पारा शिक्षकों के मानदेय में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी।

रांची, राज्य ब्यूरो। समग्र शिक्षा अभियान के तहत कार्यरत पारा शिक्षकों (सहायक अध्यापकों) के लिए पहली आकलन परीक्षा जुलाई माह में आयोजित की जा सकती है। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग इसकी तैयारी में जुट गया है। हाल ही में लागू सहायक अध्यापक सेवा शर्त नियमावली के तहत इस परीक्षा में शामिल होना सभी पारा शिक्षकों के लिए अनिवार्य होगा। यदि कोई पारा शिक्षक इसमें शामिल नहीं होता है तो यह मान लिया जाएगा कि वह इस परीक्षा में शामिल होने के लिए एक अवसर का उपभोग कर लिया है। इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए पारा शिक्षकों को अधिकतम चार अवसर प्राप्त होने हैं।
मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट परिणाम आने के बाद होगी परीक्षा
बताया जाता है कि मार्च में जैक की मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा होनी है, जिसका परिणाम मई माह में जारी होगा। इसके बाद जून माह में आठवीं एवं 11वीं की परीक्षा होनी है। इन परीक्षाओं के संपन्न होने के बाद जुलाई माह में पहली आकलन परीक्षा हो सकती है। यह आकलन परीक्षा प्राथमिक कक्षाओं (कक्षा एक से पांच) तथा उच्च प्राथमिक शिक्षकों (कक्षा छह से आठ) के लिए नियुक्त पारा शिक्षकों के लिए अलग-अलग होगी।
झारखंड बोर्ड आकलन परीक्षा का सिलेबस तैयार करेगा
परीक्षा का सिलेबस जैक द्वारा तैयार किया जाएगा। हालांकि परीक्षा का पैटर्न तैयार कर लिया गया है। इस परीक्षा में दोनों श्रेणी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक के पारा शिक्षकों के लिए क्रमश: मैट्रिक तथा इंटरमीडिएट स्तर के वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न पूछे जाएंगे, जिनमें 70 प्रतिशत प्रश्न पाठ्यक्रम, 20 प्रतिशत प्रश्न शिक्षण कौशल तथा 10 प्रतिशत प्रश्न तार्किक एवं मानसिक योग्यता से संबंधित होंगे। इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए सामान्य श्रेणी के पारा शिक्षकों को 40 प्रतिशत तथा आरक्षित श्रेणी के पारा शिक्षकों को 35 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा। इस आकलन परीक्षा में पास होने के बाद ही पारा शिक्षकों के मानदेय में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी।
चार हजार अप्रशिक्षित पारा शिक्षक आकलन परीक्षा से होंगे वंचित
आकलन परीक्षा में फिलहाल अप्रशिक्षित पारा शिक्षक शामिल नहीं होंगे। अप्रशिक्षित पारा शिक्षकों का मामला झारखंड हाईकोर्ट में चल रहा है। इसमें आदेश आने के बाद ही इन्हें परीक्षा में शामिल करने का निर्णय लिया जाएगा। बता दें कि इनके मानदेय में भी वृद्धि नहीं की गई है। ऐसे लगभग चार हजार पारा शिक्षक कार्यरत हैं। आकलन परीक्षा में शामिल होने के लिए तीन वर्ष की सेवा भी अनिवार्य है। राज्य में सभी पारा शिक्षक इससे अधिक समय तक सेवा दे चुके हैं।
प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति में लागू रहेगा 50 प्रतिशत आरक्षण
पारा शिक्षकों के 60 वर्ष की सेवा सुनिश्चित किए जाने तथा सेवा शर्त नियमावली लागू किए जाने के बाद भी प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति में पारा शिक्षकों का 50 प्रतिशत आरक्षण पूर्व की तरह जारी रहेगा। हालांकि, इसके लिए भी पारा शिक्षकों को जेटेट उत्तीर्ण होना तथा नियुक्ति के लिए आयोजित होनेवाली प्रतियोगिता परीक्षा में पास होना होगा।

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