झारखंड विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले नेताओं ने लगाई वादों की झड़ी, फ्री स्कीम से रिझाने की मची होड़
Jharkhand Assembly Elections झारखंड में विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही प्रमुख राजनीतिक दलों ने जनता को फ्री स्कीम से रिझाने की होड़ मचा दी है। भाजपा ने महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये देने का वादा किया है जबकि सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने केंद्र से 1.36 लाख करोड़ बकाया मिलने पर हर महिला को सालाना तीन लाख रुपये की सम्मान राशि देने का दावा किया है।
राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड में विधानसभा चुनाव की आधिकारिक घोषणा अभी भले ही नहीं हुई है, लेकिन इससे पहले ही प्रमुख राजनीतिक दलों में जनता को फ्री स्कीम से रिझाने की होड़ मच गई है।
भाजपा ने शनिवार को जारी किए गए अपने पांच प्रण में अपनी सरकार बनने पर महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये देने की घोषणा की है।
इसे राज्य सरकार द्वारा दो माह पहले आरंभ किए गए मुख्यमंत्री मंइयां सम्मान योजना की काट बताया जा रहा है। इसकी दो किस्त महिलाओं के खाते में जा चुकी है। इसके दायरे में 18 से 50 वर्ष की लगभग 50 लाख महिलाएं शामिल है।
मासिक एक हजार रुपये की इस योजना के मुकाबले के लिए भाजपा ने गोगो दीदी योजना लागू करने का वादा कर डाला है। भाजपा का दावा हर महिला को 2100 रुपये मासिक देने का है।
फ्री स्कीम से रिझाने की मची होड़
दरअसल, योजनाओं की होड़ के पीछे सबसे बड़ी वजह महिलाओं को चुनाव के दौरान आकर्षित करना है। ऐसी योजना के बल पर पड़ोसी राज्यों समेत कई प्रांतों में राजनीतिक समीकरण प्रभावित भी हुए हैं। चुनाव में लाभ को देखते हुए कोई इससे पीछे नहीं है।
महिलाओं को ध्यान में रखकर ही साल में दो मुफ्त सिलेंडर देने की योजना लागू करने का वादा भाजपा ने कर दिया है। इसके अलावा पांच सौ रुपये में दस माह में 10 और सिलेंडर मिलेंगे। युवाओं को रिझाने के लिए बेरोजगारों को 2000 रुपये भत्ता का भी दावा किया है।
उधर, इसके जवाब में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने भी कहा है कि केंद्र से 1.36 लाख करोड़ बकाया मिलने पर झामुमो हर महिला को सालाना तीन लाख रुपये की सम्मान राशि देगा। इतना तय है कि चुनाव नजदीक आते ही झारखंड में ज्यादा से ज्यादा फ्री स्कीम के वादों का दौर अभी आगे भी जारी रहेगा।
आगे भी जारी रहेगा सिलसिला
भाजपा आगे भी अपने घोषणापत्र की अगली कड़ी जारी करेगी। इसके लिए पार्टी ने वरीय नेताओं का एक दल गठित किया गया था।
उधर, सत्तारूढ़ गठबंधन के दल भी घोषणापत्र जारी करने को लेकर सक्रिय हैं। संभावना है कि झामुमो और कांग्रेस का अलग-अलग घोषणापत्र जारी होगा।
पांच वर्ष पूर्व हुए विधानसभा चुनाव में तालमेल के तहत चुनाव लड़ने के बावजूद दोनों दलों ने अपने-अपने स्तर से घोषणापत्र जारी किए थे।
हालांकि, गठबंधन का साझा घोषणापत्र जारी करने का सुझाव भी वरीय नेताओँ ने दिया है। शीर्ष नेतृत्व की सहमति के बाद इसपर निर्णय होगा।
यह भी पढ़ें: झारखंड में कब जारी होगी BJP उम्मीदवारों की पहली सूची? आ गया ताजा अपडेट, दावेदारों ने भी टिकट को लेकर दिया साफ संदेश