Jharkhand Result के बाद पप्पू यादव ने झारखंड में फोड़ा एक और सियासी बम, चंपई और सीता सोरेन का नाम लेकर दिया बड़ा बयान
पप्पू यादव ने झारखंड विधानसभा चुनाव के परिणाम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि नफरत की राजनीति को राज्य के लोगों ने नकार दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने चुनाव के दौरान पैसे का बड़ा खेल किया लेकिन वे कामयाब नहीं हुए। पप्पू यादव ने आगे कहा कि झारखंड के लोगों ने गठबंधन के पक्ष में परिणाम देकर कॉर्पोरेट जगत की चुनौती को रोका है।
राज्य ब्यूरो, रांची। पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने झारखंड विधानसभा चुनाव के परिणाम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि नफरत की राजनीति को राज्य के लोगों ने नकार दिया। चुनाव के दौरान भाजपा ने पैसे का बड़ा खेल किया।
इसके दम पर चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की गई, लेकिन भाजपा कामयाब नहीं हुई। उल्लेखनीय है कि पप्पू यादव ने राज्य में विधानसभा चुनाव के दौरान लगभग 25 दिन तक कैंप किया था। उन्होंने राज्य के 40 विधानसभा क्षेत्रों में आइएनडीआइए के घटक दलों के प्रत्याशियों के पक्ष में निरंतर अभियान चलाया।
इस दौरान उन्होंने सभाओं को संबोधित किया और प्रत्याशियों के पक्ष में रोड शो किए। चुनाव अभियान के दौरान उन्होंने दावा किया था कि शानदार बहुमत के साथ हेमंत सोरेन फिर से सरकार बनाएंगे।
सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के लिए भावनात्मक मुद्दे उछाले गए- पप्पू यादव
पप्पू यादव ने कहा कि झारखंड के लोगों ने गठबंधन के पक्ष में परिणाम देकर कॉर्पोरेट जगत की चुनौती को रोका है। राज्य में गलत मुद्दे उठाए गए। सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के लिए भावनात्मक मुद्दे उछाले गए, लेकिन जनता भाजपा के झांसे में नहीं आई।
हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने चुनाव में इनके कुप्रचार का डटकर मुकाबला किया। उनके मुताबिक सोरेन परिवार को भाजपा ने लक्ष्य बनाया। उन्हें गलत मामलों में फंसाकर जेल भेजा गया। पार्टी के साथ-साथ परिवार को भी तोड़ने की कोशिश की गई। इसके तहत चंपई सोरेन को भाजपा में शामिल कराया गया।
चंपई सोरेन को हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री बनाया- पप्पू यादव
पप्पू यादव ने आगे कहा कि चंपई सोरेन को हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री बनाया। वे चाहते तो अपनी पत्नी को भी मुख्यमंत्री बना सकते थे, लेकिन चंपई सोरेन ने हेमंत सोरेन की पीठ में खंजर भोंका। उन्हें आदिवासी समाज कभी माफ नहीं करेगा। हेमंत सोरेन ने अपनी भाभी का सम्मान किया, लेकिन उनके परिवार को भी भाजपा ने लक्ष्य बनाया।
सीता सोरेन के जरिए अनर्गल आरोप लगाए गए। हेमंत सोरेन को तंग और अपमानित करने के सारे यत्न भाजपा ने किए। उन्होंने कहा कि निशिकांत दुबे मुख्यमंत्री बनने का मुंगेरी लाल जैसा सपना देख रहे थे।असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने अमर्यादित, गलत और अभद्र भाषा का प्रयोग किया तो उन्होंने उसका मजबूती से जवाब दिया।यह भी पढ़ें-Hemant Soren New Cabinet: कांग्रेस से मंत्रिमंडल में होंगे 2 नए चेहरे, कौन हैं वो धुरंधर? यहां जानें सबकुछ
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