Diwali 2024: पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक, देश में अलग-अलग अंदाज में मनाया जाता है दीपावली का त्योहार
दीपावली का त्योहार (Diwali 2024) हर घर को रोशनी और खुशियों से भर देता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश के कोने-कोने में दीवाली मनाने के अनोखे तरीके हैं? इस आर्टिकल में हम आपको दीपावली की ऐसी ही कुछ रोचक परंपराओं (Unique Diwali Traditions) से रूबरू कराएंगे जो शायद ही आपने पहले सुनी होंगी। आइए जानते हैं कि भारत के अलग-अलग राज्यों में दीवाली कैसे मनाई जाती है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। दीपावली का त्योहार (Diwali 2024) भारत की सांस्कृतिक विरासत का एक अहम हिस्सा है। हालांकि, रोशनी का यह त्योहार देश के हर हिस्से में एक ही तरह से नहीं मनाया जाता। इस आर्टिकल में हम आपको दीवाली की उन विभिन्न परंपराओं (Diwali Celebrations) से रूबरू कराएंगे जो भारत के अलग-अलग राज्यों में प्रचलित हैं। साथ ही, हम आपको कुछ ऐसे रोचक तथ्यों के बारे में भी बताएंगे जो दीपावली के इतिहास और महत्व को और गहरा बनाने का काम करते हैं। आइए जानें।
उत्तर भारत की दीपावली
उत्तर भारत में दीवाली को भगवान राम के अयोध्या वापसी के स्वागत में मनाया जाता है। लोग अपने घरों को दीयों और रंगोली से सजाते हैं, नए कपड़े पहनते हैं और मिठाइयां बांटते हैं। दीवाली की रात को, लोग देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं और धन की देवी से आशीर्वाद मांगते हैं।पश्चिम भारत की दीपावली
पश्चिम भारत की बात करें, तो खासतौर से गुजरात में दीवाली को नए साल के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान लोग अपने घरों को साफ करते हैं, नए कपड़े खरीदते हैं और नए साल का स्वागत करते हैं। गुजरात में, दीवाली के दौरान पतंग उड़ाना एक लोकप्रिय परंपरा बनी हुई है।यह भी पढ़ें- प्रेम और शुभता का प्रतीक है रंगोली, यहां पढ़ें क्यों दिवाली पर होता है इसका खास महत्व