Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भूलकर भी नजरअंदाज न करें गर्दन की नस दबने के 5 शुरुआती संकेत, वरना आ सकती है ऑपरेशन की नौबत!

    Updated: Sat, 23 Aug 2025 01:28 PM (IST)

    क्या आपने कभी सोचा है कि आपके हाथों में अचानक होने वाली झुनझुनी या सिर के पीछे का दर्द किसी बड़ी समस्या का संकेत हो सकता है? हम अक्सर ऐसी छोटी-मोटी परेशानियों को थकान या तनाव मानकर नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन ये हमारे शरीर की तरफ से आने वाले चेतावनी भरे संदेश हो सकते हैं। खासकर जब बात गर्दन की नसों की हो।

    Hero Image
    ऑपरेशन से बचना है तो नस दबने के इन 5 संकेतों को पहचानें (Image Source: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। क्या आपको अक्सर अपने हाथों में झुनझुनी या सुन्नपन महसूस होता है? क्या कभी-कभी सिर के पीछे तेज दर्द उठता है या चक्कर आने लगते हैं? अगर हां, तो हो सकता है कि आपकी गर्दन की कोई नस दब रही हो। लोग अक्सर इन छोटे-छोटे संकेतों को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन ये आगे चलकर बड़ी समस्या का कारण बन सकते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    समय रहते इन संकेतों को पहचानना बहुत जरूरी है, क्योंकि सही समय पर इलाज न होने पर ऑपरेशन तक की नौबत आ सकती है। आइए डॉक्टर शालिनी सिंह सालुंके से जानते हैं ऐसे 5 शुरुआती संकेतों (Pinched Nerve In Neck Symptoms) के बारे में, जिन्हें कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिए। 

    View this post on Instagram

    A post shared by Dr. Shalini Singh Salunke (@myexpertdoctor)

    हाथों में झुनझुनी और सुन्नपन

    यह गर्दन की नस दबने का सबसे आम और शुरुआती संकेत है। नस दबने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक से नहीं हो पाता, जिससे हाथों, उंगलियों या कलाइयों में बार-बार झुनझुनी या सुन्नपन महसूस होता है। कई बार लोगों को ऐसा लगता है जैसे हाथ में 'पिन और सुइयां' चुभ रही हों। अगर यह समस्या लगातार हो रही है, तो इसे बिल्कुल भी हल्के में न लें।

    सिर के पिछले हिस्से में दर्द

    गर्दन की नस दबने से ऑक्सीपिटल न्यूराल्जिया हो सकता है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें सिर के पिछले हिस्से में, खासकर गर्दन और सिर के जोड़ पर, तेज दर्द होता है। यह दर्द अक्सर एक ही तरफ होता है और सिर के ऊपरी हिस्से तक फैल सकता है। यह दर्द अक्सर अचानक होता है और कुछ ही सेकंड या मिनट में चला जाता है।

    चक्कर आना

    जब गर्दन की नस दबती है तो यह रीढ़ की हड्डी से जुड़ी नसों पर दबाव डालती है। इससे गर्दन में मौजूद संतुलन बनाने वाली नसें प्रभावित होती हैं, जिसकी वजह से बार-बार चक्कर आ सकते हैं। कई बार लोग इसे लो बीपी या थकान समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, जो कि खतरनाक हो सकता है। अगर आपको चलते-फिरते या अचानक उठने पर चक्कर आते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।

    गर्दन और सिर में तेज दर्द

    दबी हुई नस के कारण गर्दन में असहनीय दर्द हो सकता है। यह दर्द गर्दन के एक हिस्से से शुरू होकर पूरे सिर तक फैल सकता है। कई बार यह दर्द इतना तेज होता है कि सिर हिलाने या मोड़ने में भी मुश्किल होती है। अगर आप लंबे समय से गर्दन और सिर के दर्द से परेशान हैं और दर्द निवारक दवाएं भी काम नहीं कर रही हैं, तो यह गंभीर संकेत हो सकता है।

    कंधे और पीठ का दर्द

    गर्दन की नसें सिर्फ गर्दन तक ही सीमित नहीं होतीं। ये कंधे और ऊपरी पीठ तक फैली होती हैं। इसलिए जब गर्दन की नस दबती है, तो इसका असर कंधों और पीठ पर भी पड़ता है। आपको कंधों में भारीपन, अकड़न या ऊपरी पीठ में लगातार दर्द महसूस हो सकता है। अगर आप अक्सर अपने कंधे और पीठ में खिंचाव या दर्द महसूस करते हैं, तो इसे हल्के में न लें।

    ये सभी संकेत इस बात की ओर इशारा करते हैं कि आपकी गर्दन की नस पर दबाव पड़ रहा है। इन्हें नजरअंदाज करने से समस्या और बढ़ सकती है और अंत में ऑपरेशन ही एकमात्र रास्ता बचता है। इसलिए, अगर आप इनमें से कोई भी संकेत महसूस करते हैं, तो तुरंत किसी न्यूरोलॉजिस्ट या ऑर्थोपेडिक डॉक्टर से सलाह लें। सही समय पर जांच और इलाज से आप इस गंभीर समस्या से बच सकते हैं।

    यह भी पढ़ें- शरीर के इन 5 हिस्सों में हो रहा है दर्द, हो सकता है किसी बड़ी समस्या का संकेत; तुरंत हो जाएं सावधान

    यह भी पढ़ें- शरीर में दिखने वाले ये 4 संकेत बताते हैं कमजोर होने लगी हैं हड्डियां, बचाव के लिए आज से करें 5 काम