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बच्चे की परवरिश का प्रेशर बना सकता है माता-पिता को Parental Burnout का शिकार, ऐसे करें बचाव

बच्चे को पालना और उनकी परवरिश करना बेहद मुश्किल काम है। ऐसे में अक्सर माता-पिता खुद का ध्यान रखना भूल जाते हैं और इसके कारण पेरेंटल बर्नआउट का शिकार हो जाते हैं। पेरेंटल बर्नआउट (Parental Burnout) एक कंडीशन है जिसका माता-पिता की मानसिक और शारीरिक सेहत पर नेगेटिव प्रभाव पड़ता है। आइए जानें क्या है पेरेंटल बर्नआउट और इससे कैसे बचें (Parental Burnout Prevention)।

By Swati Sharma Edited By: Swati Sharma Updated: Sun, 17 Nov 2024 05:15 PM (IST)
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Parental Burnout से बचने के लिए अपनाएं ये टिप्स (Picture Courtesy: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Pareting Tips: माता-पिता होना जितना खुशनुमा होता है, उतना ही मुश्किल भी। अपने बच्चे की खुशी और सुरक्षा के लिए हमेशा काम करते रहना, उनकी देखभाल करना और न जाने कितनी ही जिम्मेदार माता-पिता के कंधों पर होती हैं। ऐसे में कई बार पेरेंट्स भी बर्नआउट (Parental Burnout) का शिकार हो सकते हैं, जिसे पेरेंटल बर्नआउट कहा जाता है। यहां हम इसी कंडीशन के बारे में जानेंगे कि यह क्या है  और इससे कैसे निपटा (How to Overcome Parental Burnout) जा सकता है।

क्या है पेरेंटल बर्नआउट? (What is Parenral Burnout)

पेरेंटल बर्नआउट एक ऐसी स्थिति है, जिसमें माता-पिता लगातार तनाव और थकावट महसूस करते हैं। इस कंडीशन में माता-पिता अपने बच्चों की देखभाल करने में नाकाबिल महसूस करते हैं और उनके साथ इमोशनल रूप से जुड़ाव महसूस नहीं करते हैं। यह एक ऐसी स्थिति है जो माता-पिता के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर गहरा असर डाल सकती है।

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पेरेंटल बर्नआउट के कारण क्या हैं?

पेरेंटल बर्नआउट के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं-

  • बहुत ज्यादा जिम्मेदारी- बच्चों की देखभाल के साथ-साथ घर और काम के अन्य कामों की जिम्मेदारी लेने से माता-पिता बहुत थक जाते हैं।
  • नींद की कमी- बच्चों की देखभाल के कारण माता-पिता को पूरी नींद नहीं मिल पाती है, जिससे वे थकान महसूस करते हैं।
  • सोशल सपोर्ट की कमी- परिवार और दोस्तों से भरपूर सपोर्ट न मिलने से माता-पिता अकेलापन महसूस करते हैं।
  • बढ़ती अपेक्षाएं- अपने और बच्चों से बहुत ज्यादा अपेक्षाएं रखने से माता-पिता तनाव का शिकार हो जाते हैं
  • आर्थिक तनाव- पैसे की समस्याओं के कारण भी माता-पिता स्ट्रेस में आ सकते हैं।

पेरेंटल बर्नआउट के लक्षण कैसे होते हैं?

पेरेंटल बर्नआउट के कई लक्षण होते हैं, जो ऐसे नजर आ सकते हैं-

  • थकान और कमजोरी- लगातार थकावट महसूस करना और छोटे-छोटे काम करने में भी मुश्किल होना।
  • चिड़चिड़ापन- बच्चों और परिवार के दूसरे सदस्यों पर जल्दी गुस्सा आना।
  • अकेलापन- दूसरों से अलग-थलग महसूस करना।
  • उदासीनता- हर चीज में रुचि खो देना।
  • शारीरिक समस्याएं- सिरदर्द, पेट दर्द, नींद न आना आदि।
  • खुद को दोषी मानना- बच्चों की देखभाल ठीक से न कर पाने के लिए खुद को दोषी मानना।

पेरेंटल बर्नआउट से कैसे बचें?

पेरेंटल बर्नआउट से बचने के लिए आप ये तरीके अपना सकते हैं-

  • आराम करें- पूरी नींद लें और दिन में कुछ समय आराम करें।
  • मदद लें- परिवार और दोस्तों से मदद लें।
  • अपने लिए समय निकालें- हर दिन कुछ समय अपने लिए निकालें और अपनी पसंद की एक्टिविटीज करें।
  • योग और मेडिटेट करें- योग और ध्यान करने से तनाव कम होता है।
  • हेल्दी डाइट लें- हेल्दी डाइट खाने से शरीर को एनर्जी मिलती है।
  • रोज एक्सरसाइज करें- एक्सरसाइज करने से तनाव कम होता है और नींद अच्छी आती है।
  • प्रोफेशनल मदद लें- अगर आप पेरेंटल बर्नआउट से बहुत परेशान हैं, तो किसी मनोवैज्ञानिक से मदद लें।
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