Maharashtra Election Result: नहीं बंटी महाराष्ट्र की जनता! CM योगी के 'मास्टरस्ट्रोक' ने कैसे लगा दी महायुति की नैया पार?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा नेताओं द्वारा बटेंगे तो कटेंगे नारे का जमकर इस्तेमाल किया गया। भाजपा नेताओं का कहना है कि देश की भलाई के लिए लोगों के बीच जाति भेदभाव छुआछूत अगड़े और पिछड़े का फर्क मिटाने की सख्त जरूरत है। चुनाव रुझान सामने आने के बाद ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि महाराष्ट्र की जनता को यह नारा पंसद आया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Vidhan Sabha Chunav) में महायुति गठबंधन ने 200 सीटों का आंकड़ा छू लिया है। वहीं, भाजपा अकेले दम पर 100 से ज्यादा सीटें जीतते हुए दिख रही है। भाजपा सहित महायुति दल के कई नेताओं ने राज्य में चुनाव प्रचार के दौरान एक नारा जमकर लगाया। वो था 'बंटेंगे तो कटेंगे'।
सबसे पहले ये नारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया था। इसके बाद पीएम मोदी ने कहा था कि एक हैं तो सेफ हैं। अब महायुति के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उम्मीद जताई जा रही है कि महाराष्ट्र की जनता को ये नारे काफी पसंद आए हैं।
बता दें कि उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र चुनाव प्रचार के दौरान योगी आदित्यनाथ के 'बंटेंगे तो कटेंगे' के नारे का विरोध किया था।
भाजपा ने क्यों दिया 'बंटेंगे तो कटेंगे' का नारा?
भाजपा नेताओं का कहना है कि देश की भलाई के लिए लोगों के बीच जाति भेदभाव, छुआछूत, अगड़े और पिछड़े का फर्क मिटाने की सख्त जरूरत है। हर धर्म के लोगों को एकजुट होकर देश के दुश्मनों से लड़ने की जरूरत है।
चुनाव प्रचार में छाया रहा वोट जिहाद का मुद्दा
चुनाव से पहले राज्य में वोट जिहाद का मुद्दा भी छाया रहा। चुनाव प्रचार के दौरान देवेंद्र फडणवीस ने कहा था, "लोकसभा चुनाव में वोट जिहाद ही असली (कारक) था। एक खास समुदाय के लोगों ने भाजपा के खिलाफ वोट दिया। इसका उद्देश्य मोदी को हटाना था। यह इस बार काम नहीं करेगा।"'रेड बुक' जैसे मुद्दों के जरिए भाजपा ने कांग्रेस को घेरा
इस चुनाव में दो शब्द ‘रेड बुक’ और ‘अर्बन नक्सल’ भी खूब चर्चा में हैं। इन शब्दों का प्रयोग भाजपा द्वारा राहुल गांधी के हाथों में दिखाई देने वाली संविधान की लाल किताब के लिए किया।
चूंकि नक्सलियों द्वारा लाल झंडे का उपयोग किया जाता है, इसलिए भाजपा के लोग लाल जिल्द वाली संविधान की छोटी पुस्तिका लहराने वाले राहुल गांधी का संबंध अर्बन नक्सल से भी जोड़ने में नहीं चूक रहे हैं। हालांकि, कांग्रेस ने ‘रेड बुक’ और ‘अर्बन नक्सल’ जैसे नारों पर आपत्ति जाहिर की।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।