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Share Market Today: दो दिनों की तेजी का सिलसिला टूटा, सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद भारतीय शेयर बाजार में बुधवार को जबरदस्त तेजी आई थी। लेकिन गुरुवार को दोनों प्रमुख सूचकांक यानी सेसेंक्स और निफ्टी 1 फीसदी से अधिक गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। आइए जानते हैं कि शेयर मार्केट में गिरावट की वजह क्या है और क्या यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Thu, 07 Nov 2024 11:39 AM (IST)
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शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 237.93 अंक गिरकर 80,140.20 पर आ गया।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में दो दिन की तेजी के बाद गुरुवार को गिरावट आई। निवेशक अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर के फैसले से पहले एहतियात बरत रहे हैं। शेयर मार्केट के एनालिस्टों का कहना है कि विदेशी फंडों की निरंतर निकासी और वैश्विक अनिश्चितता ने निवेशकों की भावनाओं को और प्रभावित किया।

शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 237.93 अंक गिरकर 80,140.20 पर आ गया। एनएसई निफ्टी 109.1 अंक गिरकर 24,374.95 पर आ गया।

30 शेयरों वाले सेंसेक्स पैक में बजाज फिनसर्व, अल्ट्राटेक सीमेंट, पावर ग्रिड, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फाइनेंस, कोटक महिंद्रा बैंक, अदानी पोर्ट्स और नेस्ले में ज्यादा गिरावट दिखी। व हीं, सितंबर 2024 तिमाही के लिए 758.84 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज करने के बाद टाटा स्टील में 1 प्रतिशत से अधिक की तेजी आई। एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और जेएसडब्ल्यू स्टील भी इस पैक से फायदा हुआ।

एक्सचेंज डेटा के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 4,445.59 करोड़ रुपये के इक्विटी बेचे। एशियाई बाजारों में, सियोल, शंघाई और हांगकांग में तेजी रही, जबकि टोक्यो में गिरावट दर्ज की गई। बुधवार को वॉल स्ट्रीट में जोरदार तेजी रही। एलन मस्क की टेस्ला के शेयर 15 फीसदी तक उछल गए थे।

अमेरिकी बाजार में तेजी की वजह

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, "बुधवार रात वॉल स्ट्रीट ने रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ। अमेरिकी बाजार को उम्मीद है कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के विकास को बढ़ावा देने के लिए राजकोषीय खर्च और टैक्स में कटौती की जाएगी।"

रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रंप ने दूसरे कार्यकाल के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीता। उन्होंने अपने डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी कमला हैरिस को हराया और अमेरिकी चुनावी इतिहास में सबसे उल्लेखनीय वापसी की। उन्होंने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के बाद धांधली का आरोप लगाया था।

एफआईआई की बिकवाली जारी

एफआईआई की बिकवाली का सिलसिला लगातार जारी है। अक्टूबर में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की निकासी करने के बाद विदेशी निवेशक नवंबर में भी बिकवाली कर रहे हैं। इससे रुपये में लगातार कमजोरी आ रही है। विदेशी निवेशक ट्रंप की सत्ता में वापसी के बाद अमेरिकी बाजार काफी ज्यादा बुलिश हैं।

वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.92 प्रतिशत बढ़कर 75.61 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। बुधवार को बीएसई बेंचमार्क 901.50 अंक या 1.13 प्रतिशत बढ़कर 80,378.13 पर बंद हुआ था। निफ्टी 270.75 अंक या 1.12 प्रतिशत बढ़कर 24,484.05 पर पहुंच गया था।

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