बांग्लादेश में हिरासत में लिए गए बंगाल के 47 मछुआरे पांच महीने बाद रिहा, कैदी प्रत्यर्पण समझौते के अनुसार हुई रिहाई
अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा का उल्लंघन करने के आरोप में दोनों देशों में हिरासत में लिए गए कुल 79 भारतीय और बांग्लादेशी मछुआरों को रिहा कर दिया गया है। ...और पढ़ें

बांग्लादेश में हिरासत में लिए गए बंगाल के 47 मछुआरे पांच महीने बाद रिहा (सांकेतिक तस्वीर)
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा का उल्लंघन करने के आरोप में दोनों देशों में हिरासत में लिए गए कुल 79 भारतीय और बांग्लादेशी मछुआरों को रिहा कर दिया गया है। इनमें से 47 भारतीय और 32 बांग्लादेशी मछुआरे हैं।
कैदी प्रत्यर्पण समझौते के अनुसार, दोनों देशों के उच्चायोगों के बीच हुई बातचीत के आधार पर मछुआरों को सोमवार रात और मंगलवार सुबह दोनों देशों के तट रक्षकों को सौंप दिया गया।
समुद्र में अंतरराष्ट्रीय जल सीमा पार करने और बांग्लादेशी जल सीमा में प्रवेश करने के आरोप में लगभग पांच महीने तक बांग्लादेश में हिरासत में रहने के बाद, तीन ट्रालरों सहित 47 भारतीय मछुआरों को बांग्लादेशी जेल से रिहा कर दिया गया।
ये सभी दक्षिण 24 परगना के काकद्वीप के निवासी हैं। दूसरी ओर, बांग्लादेश के दो ट्रालरों सहित 32 बांग्लादेशी मछुआरों को भी रिहा कर दिया गया। उन्हें तीन महीने तक हिरासत में रखा गया था।
13 जुलाई को काकद्वीप के दो ट्रालर, एफबी मा मंगलचंडी -38 और एफबी झड़, और दो अगस्त को, काकद्वीप के एक अन्य ट्रालर, एफबी परमिता को बंगाल की खाड़ी में अंतरराष्ट्रीयजल सीमा पार करने और बांग्लादेश में प्रवेश करने के आरोप में बांग्लादेश की नौसेना ने हिरासत में लिया था।
तीनों ट्रालरों पर सवार कुल 48 भारतीय मछुआरों पर बांग्लादेशी अदालतों में मुकदमा चल रहा था। इस बार, बाकी 47 को रिहा कर दिया गया है।
इसी तरह, बांग्लादेशी ट्रालर बाबर आशीर्वाद और मेयेर दोआ को भारतीय क्षेत्र में मछली पकड़ने के आरोप में हिरासत में लिया गया था। इन पर सवार 32 बांग्लादेशी मछुआरों को भी रिहा कर दिया गया।

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