इंडिगो एयरलाइंस से नाराज विमान यात्री चाहते हैं 'क्लास एक्शन', सबसे ज्यादा रिफंड पॉलिसी से लोगों में गुस्सा
इंडिगो एयरलाइंस के लगातार उड़ानें रद करने और खराब सेवा को लेकर देशभर के यात्रियों में भारी नाराजगी है। बीते चार दिनों में एयरलाइन ने सैकड़ों उड़ानें र ...और पढ़ें

इंडिगो एयरलाइंस से नाराज विमान यात्री चाहते हैं 'क्लास एक्शन' (फोटो- रॉयटर)
पीटीआई, नई दिल्ली। इंडिगो एयरलाइंस के लगातार उड़ानें रद करने और खराब सेवा को लेकर देशभर के यात्रियों में भारी नाराजगी है। बीते चार दिनों में एयरलाइन ने सैकड़ों उड़ानें रद कर दी हैं, जिससे हजारों यात्री हवाई अड्डों पर फंसे हुए हैं। इसका सीधा असर विमान किरायों पर पड़ा है, जो कई रूटों पर बेतहाशा बढ़ गए हैं।
प्रभावित यात्रियों का कहना है कि इंडिगो पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी अराजकता दोबारा न हो।'लोकल सर्कल्स' के सर्वेक्षण में शामिल 32,547 यात्रियों में से 87 फीसदी ने स्पष्ट रूप से कहा कि इंडिगो के खिलाफ उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 2019 के 'क्लास एक्शन' प्रावधान के तहत कार्रवाई होनी चाहिए।
केवल 3 फीसदी ने कहा कि इसकी जरूरत नहीं है, जबकि 10 प्रतिशत अपने उत्तर को लेकर अनिश्चित रहे। सर्वे में यात्रियों से पूछा गया था कि क्या सीसीपीए (कंज्यूमर प्रोटेक्शन काउंसिल अथारिटी) को इंडिगो की सेवा कमी के खिलाफ सामूहिक कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।
बता दें कि लोकल सर्कल्स ने देशभर के 303 जिलों में सर्वेक्षण अभियान चलाया। रिफंड में भी कोताही की शिकायतें सर्वे में रद उड़ानों और देरी के साथ-साथ रिफंड न मिलने की शिकायतें सबसे अधिक थीं।
यात्रियों का आरोप है कि एयरलाइन ने “100 प्रतिशत रिफंड'' का वादा किया था, लेकिन अधिकांश मामलों में पूरा पैसा वापस नहीं किया गया। जिन लोगों ने स्वयं टिकट रद किए या रद्दीकरण स्वीकार किया, उन्हें भी पूर्ण भुगतान नहीं मिला।
क्या होता है क्लास एक्शन
क्लास एक्शन वह कानूनी प्रक्रिया है, जिसमें एक समान शिकायत वाले लोगों के समूह की तरफ से आरोपित कंपनी पर कुप्रबंधन या धोखाधड़ी जैसे कृत्यों के लिए सामूहिक रूप से मुकदमा किया जा सकता है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ऐसे कई उदाहरण हैं- जैसे 2023 में अमेरिका में डेल्टा एयरलाइंस, 2022 में साउथवेस्ट एयरलाइंस और 2020 में कोरोना काल के दौरान अमेरिकन एयरलाइंस पर बड़े पैमाने पर क्लास एक्शन याचिकाएं दायर की गई थीं।
यात्री संगठनों का कहना है कि भारत में भी अब इस मॉडल को लागू करने का समय आ गया है, ताकि एयरलाइंस मनमानी न कर सकें और उपभोक्ताओं के अधिकार सुरक्षित रह सकें।
सर्वे के आंकड़े
- 28315 विमान यात्री चाहते हैं इंडिगो पर क्लास एक्शन
- 3254 लोगों ने स्पष्ट जवाब नहीं दिया
- 976 विमान यात्रियों ने कहा, क्लास एक्शन की जरूरत नहीं

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