समोसा-चिप्स समेत खाते हैं ये खाद्य पदार्थ तो सावधान! देश में इनसे फैल रही शुगर की बीमारी; ICMR की चौंकाने वाली रिपोर्ट
खान-पान की आदतों की वजह से देश में मधुमेह बढ़ रहा है। अगर आपकी आदत में तला-भुना खाना शामिल है तो यह संभावना अधिक है कि आपको शुगर हो सकता है। चिप्स और समोसे जैसे खाद्य पदार्थ की वजह से भी शुगर के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इसका खुलासा आईसीएमआर की हालिया रिपोर्ट में हुआ है। आइए जानते हैं पूरी खबर...
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में 10 करोड़ से अधिक लोग मौजूदा समय में मधुमेह यानी शुगर से पीड़ित हैं। यह मैं नहीं बल्कि द लैंसेट डायबिटीज एंड एंडोक्रिनोलॉजी की रिपोर्ट कहती है। मगर देश में शुगर के मरीज इतने तेजी से क्यों बढ़ रहे हैं? इसको लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। एक शोध में पता चला है कि हमारे खाद्य पदार्थ इसमें अहम भूमिका निभा रहे हैं।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन (MDRF) ने हाल ही में एक शोध किया। इसमें कुछ खाद्य पदार्थों की पहचान की गई, जो देश में मधुमेह को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। जिन खाद्य पदार्थों में एडवांस्ड ग्लाइकेशन एंड प्रोडक्ट्स (AGEs) अधिक होता है, वे शुगर को बढ़ावा देते हैं। इस शोध को इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फूड साइंसेज एंड न्यूट्रिशन में प्रकाशित किया गया है।
क्या होता है AGE?
एडवांस्ड ग्लाइकेशन एंड प्रोडक्ट्स (AGE) एक हानिकारक यौगिक हैं। यह प्रोटीन या वसा ग्लाइकेशन नामक प्रक्रिया के माध्यम से शर्करा के साथ परस्पर क्रिया करते समय बनता है। जब किसी खाद्य पदार्थ को तला या भुना जाता है तो उसमें AGE बनता है। अध्ययन में पाया गया है कि अधिक एजीई युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से मोटापा बढ़ता है और मोटापा शुगर का एक प्रमुख कारण है।तलना-भूनना हानिकारक!
बता दें कि शुगर आनुवंशिक भी हो सकता है। वहीं खराब जीवनशैली से भी शुगर होना आम बात है। खून में अधिक शर्करा की वजह से भी शुगर बढ़ता है। शोध में पता चला है कि समोसे, चिप्स, केक, कुकीज और तले हुए खाद्य पदार्थ से शुगर भारतीयों में तेजी से बढ़ रहा है। शोधकर्ताओं का कहना है कि तलने-भूनने और ग्रिल करने से खाद्य पदार्थों में एजीई का स्तर काफी बढ़ता है। हालांकि उबालने या भाप में पकाने से यह हानिकारक यौगिक नियंत्रण में रहता है।