पाकिस्तान को मिलेगा करारा जवाब? सर्वदलीय बैठक में राहुल और खरगे भी मौजूद; सरकार बना रही प्लान
पहलगाम में आतंकवादियों ने मंगलवार को 26 लोगों की हत्या कर दी थी। इसमें से ज्यादातर पर्यटक थे। इसके बाद बुधवार को सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाने का फैसल ...और पढ़ें

पीटीआई, नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक में राजनीतिक दलों के नेताओं को पहलगाम आतंकी हमले के बारे में जानकारी दी और उनके विचार सुने। बैठक की शुरुआत में हमले के पीड़ितों के लिए एक मिनट का मौन रखा गया।
सरकार की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू मौजूद थे। राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में राज्यसभा में सदन के नेता जे पी नड्डा, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी मौजूद थे।
पीएम ने सबक सिखाने का किया वादा
इससे पहले विपक्ष ने मांग की थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठक की अध्यक्षता करें। पीएम मोदी गुरुवार को बिहार के दरभंगा में थे, जहां उन्होंने घोषणा की कि पहलगाम के हत्यारों का दुनिया के अंतिम कोने तक पीछा किया जाएगा और हर आतंकवादी और उसके समर्थकों की पहचान करने और उन्हें सबक सिखाने का वादा किया।
राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित गंभीर नतीजों वाली किसी घटना के बाद सर्वदलीय बैठक बुलाने की परंपरा रही है। 2019 में पुलवामा आतंकी हमले या 2020 में भारत-चीन गतिरोध के दौरान भी ऐसा हुआ था। यह राष्ट्रीय एकता की तस्वीर पेश करने और विपक्षी नेताओं को सरकार को अपने विचार बताने और आधिकारिक स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी देने का माध्यम है।
पहलगाम में हमले के बाद भारत ने बुधवार को पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े फैसले किए, जिसमें राजनयिक संबंधों को कम करना, 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित करना और अटारी चेक पोस्ट को तत्काल रूप से बंद करना शामिल है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।