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Cyclone Dana LIVE : दिखने लगा चक्रवात दाना का असर, समुद्र में उठ रहे हैं बड़े-बड़े ज्वार, ओडिशा सरकार एक्टिव

Cyclone Dana Live Update ओडिशा सरकार ने चक्रवात दाना के प्रभाव से उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए कमर कस ली है। आईएमडी ने कई जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है। ऐसे में ओडिशा सरकार ने उन जिलों में ओडीआरएएफ और एनडीआरएफ टीमों को तैनाती शुरू कर दी है जो चक्रवात दाना से प्रभावित होने वाले हैं।

By Sheshnath Rai Edited By: Sanjeev Kumar Updated: Wed, 23 Oct 2024 02:50 PM (IST)
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खतरनाक रफ्तार से बढ़ रहा चक्रवात दाना (जागरण)
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। Cyclone in odisha: बंगोप सागर में बना गहरे दबाव का क्षेत्र बुधवार सुबह को चक्रवात दाना का रूप धारण कर लिया। चक्रवात में तब्दील होने के बाद यह पहले 18 किमी. की प्रति घंटा एवं फिर बाद में 15 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है।

समुद्र में उठने लगे बड़े-बड़े ज्वार

 चक्रवात दाना के प्रभाव से कई जगहों पर समुद्र अभी से अशांत हो गया है। समुद्र में बड़े बड़े ज्वार उठ रहे हैं।केंद्रपड़ा राजगनार सहित पारादीप और चंद्रभागा, पुरी सी-बीच में समुद्र उफान पर हो गया है।

एहतियात के तौर पर धारा 144 लगाई गई

विभिन्न समुद्री तटों पर एहतियात के तौर पर धारा 144 लगा दी गई है। इसके अलावा, पारादीप से इरसामा सियाली तक समुद्र तट पर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं।

400 ट्रेनें कैंसिल

चक्रवात दाना के खतरनाक रूप को देखते हुए 400 ट्रेनें कैंसिल की गई हैं। ट्रेन के कैंसिल होने से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

एहतियात के तौर पर धारा 144 लगाई गई

विभिन्न समुद्री तटों पर एहतियात के तौर पर धारा 144 लगा दी गई है।इसके अलावा, पारादीप से इरसामा सियाली तक समुद्र तट पर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। जगतसिंहपुर के जिला कलेक्टर ने बताया कि पारादीप से सियाली तक धारा 163 आज शाम से लागू कर दी गई है।

गुरुवार को धारण करेगा भीषण चक्रवात का रूप

गुरुवार को यह अति भीषण चक्रवात का रूप धारण कर रात में या फिर शुक्रवार 25 अक्टूबर सुबह के समय स्थल भाग से टकरा सकता है। यह जानकारी भुवनेश्वर क्षेत्रीय मौसम विभाग के वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने दी है।

दास ने कहा है कि 15 किमी. की रफ्तार से आगे बढ़ रहा चक्रवात पारादीप से 520 किमी. एवं सागर द्वीप से 600 किमी. की दूरी पर है।

इसे 24 अक्टूबर की रात या फिर 25 अक्टूबर सुबह के समय भीतरकनिका-धामरा के बीच लैंडफाल करने की संभावना अधिक है।उन्होंने कहा कि जिस समय चक्रवात लैंडफाल करेगा, उस समय समुद्र में 2 से 3 मीटर ऊंचा ज्वार आने की संभावना है।

इन राज्यों में भी दिखेगा असर

ओडिशा के अलावा बंगाल, बिहार, झारखंड और आंध्र प्रदेश में भी चक्रवात दाना का असर दिख सकता है। लोगों को सावधान रहने के लिए कहा गया है। 

24 अक्टूबर को भारी से अति भारी बारिश होगी

उमाशंखर दास ने कहा है कि 24 एवं 25 अक्टूबर को चक्रवात का प्रभाव अधिक रहेगा। 24 अक्टूबर को भारी से अति भारी वर्षा होगी। बुधवार शाम से ही तटीय क्षेत्र में वर्षा शुरू हो गई है। बालेश्वर, जाजपुर, भद्रक, केन्द्रापड़ा, कटक, पुरी, गंजाम एवं मयूरभंज जिले में भारी वर्षा होगी। इन जिलों में कुछ जगहों पर से अति भारी वर्षा होगी।

मौसम विभाग ने कहा है कि 24 अक्टूबर को जगतसिंहपुर, केन्द्रापड़ा, भद्रक, बालेश्वर एवं मयूरभंज जिले में कुछ जगहों पर 7 से 20 सेमी. तक वर्षा होने की संभावना है। कुछ जगहों पर 20 सेमी. से भी अधिक वर्षा हो सकती है। इसके लिए इन जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है।

इन इलाकों में भारी बारिश की संभावना

केन्दुझर, ढेंकानाल, कटक, खुर्दा जिला में एक दो जगहों पर भारी वर्षा की संभावना है। इन जिलों के लिए आरेंज चेतावनी जारी की गई है। 24 एवं 25 अक्टूबर को वर्षा का प्रकोप अधिक रहेगा। 26 अक्टूबर को वर्षा की मात्रा कम हो जाएगी। 26 अक्टूबर को उत्तर अंदरूनी जिलों में एक दो जगहों पर भारी वर्षा होने की संभावना रहने की जानकारी मौसम वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने दी है।

24 और 25 अक्टूबर को खतरनाक स्पीड से चलेगी हवा

दास ने कहा है कि आज शाम से ही वर्षा की रफ्तार बढ़ी है। 24-25 अक्टूबर को हवा की गति अधिक होगी। चक्रवात जब तटीय क्षेत्र से गुजरेगा तब हवा की गति 100 से 110 किमी. रहेगी। इस दौरान झटका पवन की रफ्तार 120 किमी. होगी। इससे पेड़ गिरने के साथ ही बिजली सेवा बाधित होगी। मिट्टी के घर गिर सकते हैं। धान की फसल को नुकसान पहुंचेगा।

मछुआरों को सख्त निर्देश

चक्रवात के प्रभाव से समुद्र अशांत रहेगा। इसके लिए मछुआरों को वापस आने के लिए पहले ही निर्देश दिया जा चुका है। 25 अक्टूबर तक मछुआरों को समुद्र में ना जाने की हिदायत दी गई है। इसके साथ ही पुरी, पारादीप एवं धामरा बंदरगाह में 4 नंबर खतरे का निशाना लगाया गया है। गोपालपुर बंदरगाह में 2 नंबर खतरे का निशान लगाया गया है।

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