न्याय यात्रा में राहुल गांधी से धक्का-मुक्की, कांग्रेस नेताओं पर भी हमला; पार्टी का आरोप- मुख्यमंत्री सरमा के इशारे पर हुआ अटैक
Bharat Jodo Nyay Yatra राहुल ने कहा कि भाजपा जितने चाहे पोस्टर और बैनर फाड़ सकते हैं हमें इसकी परवाह नहीं है। हम किसी से नहीं डरते। नौगांव में राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के सामने जब भाजपा कार्यकर्ताओं के एक समूह ने जय श्रीराम और मोदी-मोदी के नारे लगाए तो कांग्रेस नेता ने उन्हें फ्लाइंग किस दी और उनसे मिलने के लिए बस से उतर आए।

नौगांव (असम), प्रेट्र। Bharat Jodo Nyay Yatra कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान उसके नेताओं पर हमले किए और जय श्रीराम व मोदी-मोदी के नारे लगा रहे भाजपा समर्थकों ने राहुल गांधी के साथ धक्का-मुक्की की।
भाजपा से हम डरते नहींः राहुल गांधी
राहुल ने कहा कि भाजपा जितने चाहे पोस्टर और बैनर फाड़ सकते हैं, हमें इसकी परवाह नहीं है। हम किसी से नहीं डरते। हमलों के विरोध में कांग्रेस ने सोमवार को पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है। नौगांव में राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के सामने जब भाजपा कार्यकर्ताओं के एक समूह ने जय श्रीराम और मोदी-मोदी के नारे लगाए तो कांग्रेस नेता ने उन्हें फ्लाइंग किस दी और उनसे मिलने के लिए बस से उतर आए, लेकिन धक्का-मुक्की के बीच सुरक्षाकर्मी उन्हें वापस ले गए।
'हमारी मुहब्बत की दुकान हर किसी खुली'
घटना का वीडियो साझा करते हुए राहुल ने एक्स पर लिखा, हमारी मुहब्बत की दुकान हर किसी के लिए खुली है। जुड़ेगा भारत, जीतेगा हिंदुस्तान। बाद में राहुल ने एक जनसभा में कहा कि लगभग 20-25 भाजपा कार्यकर्ता लाठी लेकर उनकी बस के सामने आ गए और जब वह बस से बाहर आए तो वे भाग गए। मणिपुर की हिंसा पर उन्होंने दावा किया कि अगर कांग्रेस का प्रधानमंत्री होता तो चौथे दिन हिंसा पर नियंत्रण कर लिया गया होता।
प्रधानमंत्री मोदी भी सेना की मदद से तीन दिनों में हिंसा को नियंत्रित कर सकते हैं, लेकिन भाजपा ऐसा नहीं करना चाहती। इससे पहले विश्वनाथ चरियाली में राहुल आरोप लगाया कि असम की भाजपा सरकार लोगों को यात्रा में शामिल होने के विरुद्ध धमकी दे रही है, यात्रा मार्ग पर कार्यक्रमों की अनुमति देने से इन्कार कर रही है, राज्य में पार्टी के झंडे-बैनरों को नुकसान भी पहुंचाया जा रहा है, लेकिन लोग भाजपा से नहीं डरते। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि आरएसएस और भाजपा हर धर्म, जाति या भाषा के लोगों को एक दूसरे के विरुद्ध लड़ाकर समाज में नफरत फैला रहे हैं ताकि वे लोगों का ध्यान भटका सकें।
My vehicle was attacked a few minutes ago at Jumugurihat, Sunitpur by an unruly BJP crowd who also tore off the Bharat Jodo Nyay Yatra stickers from the windshield. They threw water and shouted anti-BJNY slogans. But we kept our composure, waved to the hooligans and sped away.… pic.twitter.com/IabpNa598P
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) January 21, 2024
जयराम रमेश पर हमले का आरोप
राहुल ने अमोनी दिरु पुलोम से मुलाकात भी की जिनके ससुर 2015 से लापता हैं और आरोप है कि चीन की सेना ने उनका अपहरण कर लिया था। राहुल ने अमोनी को अधिकारियों के समक्ष यह मामला उठाने का आश्वासन दिया।
कांग्रेस नेता महिमा सिंह ने दावा किया कि जयराम रमेश के वाहन पर सोनितपुर में अज्ञात लोगों द्वारा हमला किया गया। पत्रकारों के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया। प्रदेश अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा की कार को रोक लिया गया और उनकी नाक पर मुक्का मारा गया, जिससे खून बहने लगा।
कांग्रेस के कई नेताओं पर हुआ हमला
एक अन्य कार्यकर्ता को गंभीर चोट आई है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि राहुल, जयराम रमेश और भूपेन कुमार बोरा समेत उसके नेताओं पर मुख्यमंत्री सरमा के इशारे पर हमला किया गया और रविवार को अरुणाचल प्रदेश से असम में यात्रा के पुन:प्रवेश पर हर घंटे यात्रा में रोड़ा अटकाया जा रहा है।
नौगांव की घटना पर सरमा ने एक्स पर पोस्ट में कहा, रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व संध्या पर राम भक्तों को जय श्रीराम का उद्घोष करने का पूरा अधिकार है। राहुल गांधी को अपना आपा नहीं खोना चाहिए और जय श्रीराम के नारे से चिढ़ना नहीं चाहिए। वह इस तरह से ¨हसा नहीं भड़का सकते और जनता को धमका नहीं सकते।
मेरी बिल्ली मुझसे म्याऊं : खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सरमा को प्रधानमंत्री मोदी का चेला बताते हुए कहा कि यह कुछ ऐसा है जैसे मेरी बिल्ली मुझसे म्याऊं। यह बिल्ली एक समय कांग्रेस की थी जो अब हमें म्याऊं कर रही है। सरमा 2015 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे।
खरगे ने कहा कि यात्रा की सफलता से भयभीत भाजपा उस पर हमले करा रही है। उन्होंने कहा कि पहली भारत जोड़ो यात्रा भाजपा शासित कई राज्यों से गुजरी थी, लेकिन कोई पत्थर तक नहीं फेंका गया और किसी ने धमकी देने की कोशिश तक नहीं की। यहां तक कि आरएसएस के मुख्यालय वाले नागपुर में भी कोई घटना नहीं हुई।

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