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'प्राण जाई पर बचन न जाई...', राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का इस्तीफा; निभाया कौन-सा वचन?

राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। भजनलाल शर्मा की सरकार में उनके पास कृषि मंत्रालय की जिम्मेदारी थी। दरअसल लोकसभा चुनाव में हार के बाद से ही उनके इस्तीफे की अटकलें लगाई जा रही थी। किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे को राजस्थान में बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

By Jagran News Edited By: Manish Negi Thu, 04 Jul 2024 11:12 AM (IST)
किरोणी लाल मीणा का मंत्री पद से इस्तीफा (फोटो- सोशल मीडिया)

एजेंसी, जयपुर। राजस्थान की राजनीति में गुरुवार को बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला है। राज्य के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। किरोड़ी भजनलाल शर्मा की सरकार में वरिष्ठ मंत्री थे। इस्तीफे की जानकारी उनके एक सहयोगी ने दी है।

10 दिन पहले दिया इस्तीफा

सहयोगी ने समाचार एजेंसी को बताया कि किरोड़ी लाल मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने 10 दिन पहले ही मुख्यमंत्री को इस्तीफा सौंप दिया था। बताया जा रहा है कि उन्हें पार्टी नेताओं द्वारा कई दिनों से मनाया भी जा रहा था। किरोणी लाल अभी सवाई माधोपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं।

'प्राण जाई पर बचन न जाई'

बीजेपी नेता ने अपनी इस्तीफे से पहले एक्स पर एक पोस्ट भी किया है। उन्होंने श्रीरामचरितमानस की दो लाइन दोहराई हैं। उन्होंने लिखा, 'रघुकुल रीति सदा चलि आई। प्राण जाई पर बचन न जाई।'

क्यों दिया इस्तीफा?

गौरतलब है कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में किरोड़ी लाल मीणा ने एलान किया था कि उनके प्रभाव में आने वाली सात लोकसभा सीटों में से किसी एक पर बीजेपी हार जाती है तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। लोकसभा चुनाव के वक्त किरोड़ी लाल ने कहा था कि पीएम मोदी ने उन्हें पूर्वी राजस्थान की सात सीटें सौंपी थीं। इन सीटों पर जीत के लिए कड़ी मेहनत भी की।

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को राजस्थान में बड़ा नुकसान हुआ। राज्य की 25 सीटों में से बीजेपी 14 ही जीत पाई। किरोड़ी लाल के गृह क्षेत्र दौसा में भी बीजेपी चुनाव हार गई थी।

किरोड़ी लाल ने क्या कहा?

मीणा ने कहा कि उन्होंने अपना वादा निभाने के लिए इस्तीफा दिया है। उन्होंने गुरुवार को एक समाचार चैनल से कहा कि नाराजगी की कोई वजह नहीं है। मैंने इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के कारण ही मैं कैबिनेट की बैठक में नहीं गया। मैं सीएम से भी मिला था। उन्होंने सम्मानपूर्वक कहा था कि वे इस्तीफा स्वीकार नहीं करेंगे।