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    Vice President Electon: कौन होगा अगला उपराष्ट्रपति? कांग्रेस के 'साउथ कार्ड' पर BJP ने चला ये दांव; बदल जाएगा पूरा समीकरण

    Updated: Sun, 17 Aug 2025 08:06 PM (IST)

    उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने की संभावना है क्योंकि एनडीए और इंडी अलायंस दोनों ही उम्मीदवार का नाम गुप्त रख रहे हैं। कांग्रेस नायडू को असहज करने के लिए बिहार या आंध्र प्रदेश से उम्मीदवार चुन सकती है। जगन मोहन रेड्डी के समर्थन पर सबकी निगाहें हैं खासकर YSRCP नेताओं पर लंबित मामलों को देखते हुए।

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    उपराष्ट्रपति चुनाव NDA का उम्मीदवार कौन (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कुछ समय पहले जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया था। उनके इस्तीफे के बाद से देश की नजरें इस बात पर टिकी है कि आखिर अगला राष्ट्रपति कौन होगा?

    संख्या बल में NDA मजबूत है, लेकिन कांग्रेस की अगुआई वाली इंडी अलायंस द्वारा नामांकन फॉर्म लेने के बाद से ये तय माना जा रहा है कि उपराष्ट्रपति पद का चुनाव होगा। हालांकि, दोनों ही गठबंधन ने अभी तक इस बात की भनक तक लगने नहीं दी है कि उनका उम्मीदवार कौन होगा।

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    विपक्ष का कौन होगा उम्मीदार?

    विपक्ष के साझा उम्मीदवार को लेकर चर्चा है कि कांग्रेस नायडू और नीतीश को असहज करने के लिए आश्चर्यजनक नाम चुन सकती है। चर्चा है कि इंडी अलायंस का उम्मीदवार बिहार या फिर आंध्र प्रदेश से हो सकता है।

    ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि चंद्रबाबू नायडू एनडीए में हैं, तो ऐसी स्थिति में जगन मोहन रेड्डी क्या करेंगे? इंडी अलायंस के घटक दलों के बीच चर्चा है कि अगर विपक्ष का साझा उम्मीदवार बिहार या फिर आंध्र प्रदेश से होता है तो वहां के क्षेत्रीय दलों का विरोध करना मुश्किल हो सकता है।

    जगन मोहन रेड्डी किसका करेंगे समर्थन?

    आंध्र प्रदेश में अभी चंद्रबाबू नायडू की TDP, BJP और जन सेना के पास कुल मिलाकर 21 लोकसभा औ चार राज्यसभा सांसद हैं। 2018 में भले ही टीडीपी एनडीए का हिस्सा थी, लेकिन तब भी जगन मोहन रेड्डी की YSRCP ने एनडीए के फैसले का समर्थन किया था। इसके बाद टीडीपी एनडीए गठबंधन से बाहर हो गई थी।

    YSRCP 2019 में आंध्र प्रदेश में सत्ता में आ गई थी। 2024 के चुनावों में वाईएसआरसीपी ने संसद में एनडीए के विधेयकों का बिना शर्त समर्थन किया था। अब ऐसा माना जा रहा है कि अगर कांग्रेस कोई दांव चंद्रबाबू नायडू को असहज करने के लिए चलती है, तो उसका असर जगन मोहन रेड्डी पर भी पड़ेगा।

    किसकी कितनी है संख्या बल?

    दोनों सदनों को मिलाकर कुल 786 सदस्यो में से जीत के लिए 394 वोटों की आवश्यकता होती है। एनडीए के पास कथित तौर पर 422 सांसदों का समर्थन प्राप्त है। फिर भी बीजेपी अन्य दलों को साधने की कोशिश में लगी हुई है।

    जगन मोहन रेड्डी की पार्टी के पास 7 राज्यसभा और 4 लोकसभा सीटें हैं। राज्य में कांग्रेस की कमान जगन मोहन रेड्डी की बहन शर्मिला के हाथों में है। राजनीतिक विशेषज्ञ कह रहे हैं कि YSRCP के कई नेताओं के खिलाफ कई मामले लंबित होने और गिरफ्तारियों की झड़ी लगने के साथ इस बात को लेकर अटकलें तेज है कि क्या YSRCP एनडीए का समर्थन जारी रखेगी।

    भाजपा का मुस्लिम वाला दांव

    एनडीए का उम्मीदवार कौन होगा, इसे लेकर भी चर्चा का बाजार गर्म है। इस चर्चा में एक मुस्लिम नेता का नाम शामिल हो गया है, जिन्हें लेकर कहा जा रहा है कि भाजपा इस बार मुस्लिम नेता पर दांव खेल सकती है।

    मीडिया रिपोर्टस की माने तो उपराष्ट्रपति पद के लिए बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन के संभावित उम्मीदवारों में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का नाम शामिल हो गया है।

    आरिफ मोहम्मद बिहार से पहले केरल के राज्यपाल थे और उनको बौद्धिक क्षमता के अलावा भाजपा के प्रति निष्ठा के लिए जाना जाता है। सोशल मीडिया पर उनके नाम की चर्चा इसलिए भी जोरो-शोरो से है।

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