Move to Jagran APP

Nitish Kumar: पहले दिल्ली में दिखा नीतीश का दम, अब बिहार में हो गया गेम; सम्राट को भी माननी पड़ी ये बात

जब भी लोगों को लगता है कि नीतीश कुमार और जदयू का अस्तित्व खत्म होने वाला है नीतीश कुमार और अधिक ताकत के साथ सामने आते हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव के नतीजों ने सभी को हैरान कर दिया है। नीतीश कुमार किंगमेकर के रूप में उभरकर सामने आए हैं। नीतीश कुमार की किंगमेकर की स्थित ने भाजपा व राजद नेताओं के सुर बदल दिए हैं।

By Jagran News Edited By: Mohit Tripathi Thu, 06 Jun 2024 03:41 PM (IST)
नीतीश कुमार की किंगमेकर की स्थित ने भाजपा व राजद नेताओं के बदले सुर।

एएनआई, पटना। नीतीश कुमार की किंगमेकर की स्थित ने भाजपा व राजद नेताओं के सुर बदल दिए हैं। कभी नीतीश कुमार सीएम पद से हटाने का प्रण लेने वाले सम्राट चौधरी के सुर भी बदले-बदले से नजर आ रहे हैं। 2025 में बिहार में भाजपा का सीएम बनाने का दावा करने वाले सम्राट ने 2025 के लिए नीतीश कुमार को नेता मान लिया है।

लोकसभा चुनाव के परिणाम पर सम्राट चौधरी ने कहा है कि देश की जनता ने 292 सीट देकर मोदी को फिर से पीएम बनने का मौका दिया है। यह इतिहास में पहली बार होगा, जब कोई व्यक्ति लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बन रहा है। सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार में हमने 75 प्रतिशत मार्क्स हासिल किए हैं। हमारा अगला लक्ष्य 2025 के विधानसभा चुनाव में 200 से अधिक सीट हासिल करना है।

नीतीश कुमार बिहार के नेता

इस दौरान नीतीश कुमार के नेतृत्व पर सवाल पूछे जाने पर सम्राट ने कहा कि नीतीश कुमार हमारे नेता हैं। नीतीश कुमार के संबंध में सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार के नेता हैं...इसमें कोई दो राय नहीं है। सम्राट ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। दोनों दलों का गठबंधन भी सिर्फ बिहार के विकास के बेस पर हुआ है।

किंगमेकर नीतीश कुमार

नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई सरकार बनने के बाद भाजपा को खुद को बड़े भाई के रूप में देख रही थी। लेकिन, लोकसभा चुनाव ने उसे तगड़ा झटका दिया है। बिहार में भाजपा और जदयू दोनों को 12-12 सीटें मिली हैं। भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने की स्थित में नीतीश कुमार जहां किंगमेकर की भूमिका में नजर आ रहे हैं।

नीतीश ने हासिल की खोई हुई प्रतिष्ठा

नीतीश कुमार के किंग मेकर की स्थिति में आने के बाद बिहार में हवा बदली-बदली सी नजर आ रही है। 2024 में जदयू का अस्तित्व खत्म होने की बात करने वाली राजद और अकेले 2025 में दम पर बिहार में सरकार बनाने का दावा करने वाले भाजपा नेताओं के सुर बदल गए हैं। नीतीश कुमार न सिर्फ अपनी प्रतिष्ठा वापस पाने में सफल रहे हैं बल्कि जदयू को एक बार फिर बिहार की राजनीति के केंद्र में ला दिया है।

यह भी पढ़ें: BJP के लिए नीतीश क्यों हो गए हैं जरूरी, विधानसभा को लेकर JDU का अब ये है प्लान; नई रणनीति से हलचल बढ़ने की उम्मीद

Tejashwi Yadav : तेजस्वी की 250 से अधिक सभाओं का दिखा असर, इस सीट पर BJP को मात देने के साथ बना लिया सबसे अलग रिकॉर्ड